झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला ,चौपारण प्रखंड से अरुण कुमार वर्मा ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया चौपारान प्रखंड में ऐसे कई बुजुर्ग हैं, जिनके बुढ़ापे में हाथों के फिंगरप्रिंट जाने के कारण उनका ऑनलाइन सत्यापन नहीं हो पाता है, ऐसे में उन्हें बार-बार बैंकों के मिनी ब्रांच के चक्कर काटने पड़ते हैं।सरकार द्वारा वृद्धजनों को पेंशन के रूप में 1000 रूपए प्रतिमाह उनके बैंक अकाउंट में दिए जाते हैं। ये पैसे बैंकों के मिनी ब्रांच में फिंगरप्रिंट लगा कर बुजुर्गजन निकालते हैं। लेकिन कई बुजुर्ग के फिंगरप्रिंट नहीं मिलने के कारण उन्हें पेंशन से वंचित रहना पड़ रहा है।