बगोदर(गिरिडीह) प्रवासी छात्रों की सकुसल घर वापसी करने और प्रगतिशील छात्र-कार्यकर्ताओं पर राजकीय दमन करने के खिलाफ शनिवार को यंग इंडिया राष्ट्रीय विरोध दिवस के तहत बगोदर प्रखंड के दर्जनों जगहों पर आइसा-इनौस ने एक दिवसीय धरना दिया। कार्यक्रम को बल देते हुवे इंकलाबी नौजवान सभा के राष्ट्रिय सचिव संदीप जायसवाल ने कहा कि लॉक डाउन के दौरान देश के विभिन्न राज्यों मे जो छात्र फंसे हैं उनकी सकुशल घर वापसी की सरकार अविलंब ब्यवस्था करे।उन्होने कहा कि कोरोना से देश की आम जनता लड़ रही है,लॉक डाउन के मानको का पालन कर रही है पर केंद्र सरकार इसी दरम्यान छात्र-कार्यकर्ताओं पर यू.ए.पी.ए. के तहत मुकदमा कर रही है जो घोर निंदनीय है ।सरकार के नागरिकता संशोधन कानुन के विरोध मे आन्दोलन की अगुवाई कर रहे प्रगतिशील छात्र नेताओं में मिरान,सफुरा और उमर जैसे अन्य पर काला कानुन के तहत झूठा केस दर्ज़ कर हैरान परेशान करना चाहती है।राष्ट्रीय विरोध दिवस पर आइसा-इनौस ने सरकार से माँग करते हुए कहा कि सभी प्रवासी छात्रों को सुरक्षित घर वापसी किया जाय l छात्र-कार्यकर्ताओं पर यू.ए.पी.ए. केस वापस लिया जाय और आनंद तेलतुम्ब्डे और गौतम नव्लखा जैसे प्रख्यात समाजिक कार्यकर्ताओं को अविलंब रिहा किया जाय।राष्ट्रीय विरोध दिवस के तहत बगोदर के स्मृतिभवन बगोदर,मुंडरो,बाराटोला,तुकतुको,लुकुईया देवराडीह,करंबा ,पोखरिया,तारानारी,बनपुरा मे एकदिवसीय धरना दिया गया l कार्यक्रम में जिप सदस्य गजेंद्र महतो, पुरन कुमार महतो,बासुदेव विद्यार्थी,वीरेंद्र पटेल,जितेंद्र महतो,बोधी महतो,उप मुखिया राजू कुमार महतो,दिपक कुमार,हिमांशु कुमार,लाल मोहन महतो,राजेन्द्र कुमार,भुनेश्वर महतो,पिन्टू कुमार,जागेश्वर महतो,राजू पासवान,मुकेश पासवान,अशोक पासवान,टीपन कुमार महतो,चांद्रिक कुमार महतो समेत अन्य शामिल थे।