झारखंड राज्य के हजारीबाग जिला के बड़कागाँव प्रखंड से रुपेश राज मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में दवा नहीं रहने से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में जाँच करके उन्हें दवाई लिख दिया जाता है और डॉक्टर द्वारा कहा जाता है कि कही बाहर के मेडिकल से दवा खरीद लीजिए जिस कारण मरीजों को अधिक मूल्य देकर दवा लेनी पड़ती है।इसलिए इनका सरकार से कहना है कि सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में जिस तरह डॉक्टर,अस्पताल की व्यवस्था की जाती है,उसी प्रकार दवा की भी व्यवस्था की जाये ताकि मरीजों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।