चंदू मधुबनी मोबाईल वाणी के माध्यम से बताते हैं की होमियो पैथिक दवाओं की कीमतों में पिछले एक वर्षो से बहुत ही ज्यादा वृद्धि हुई है,इसका नुकसान आम लोगो को ही उठाना पड़ता है,आज देश के बहुसंख्यक लोग किसी न किसी बीमारी से ग्रसित है,दूसरी ओर हमारी सरकारी व्यवस्था देश की विशाल जनसँख्या को निःशुल्क एवं बेहतर स्वास्थ सुविधा देने में सक्षम नहीं है,यही कारण है की लोग आयर्वेदिक या एलोपैथिक अथवा होमियोपैथिक चिकित्सा पद्धत्ति को अपना रहे हैं.होमियोपैथिक चिकित्सा पद्धत्ति से ही रोगों का इलाज सस्ता एवम सुलभ है ऐसे सरकार को चाहिए की होमियोपैथिक चिकित्सा को प्रोत्साहन दे ताकि गरीब युवाओं के लिए दवा मिल सके और वो अपना इलाज करा सके।