चंदू,मधुबनी के खुटौना प्रखंड से मोबाइल वाणी के माध्यम से बताना चाहते है कि जो हर पथ पर मार्गदर्शन करे वह ही गुरु होता है,गुरु का वर्णन शब्दो में करना असम्भव है.गुरु-शिष्य परंपरा में आज नारी भी गुरु बन चुकी है,वह एक योग्य शिक्षिका के रूप में आजीवन लगी रहती है.जिस प्रकार एक द्वीप हजारो घरो का अन्धकार दूर कर सकता है ठीक उसी प्रकार योग्य शिक्षक करोड़ो दिलो को रौशन कर सकता है।शिक्षक शिक्षको के गुणो को सिखाता है,असफलता से सफलता की ओर बढ़ाता है,अज्ञानता से ज्ञानमय बनाता है। आदिकाल से गुरु-शिष्य परंपरा हमारे देश को गौरव प्रदान कर रही है।