राजस्थान राज्य के अलवर जिला से जैकम ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बबली से बातचीत किया। बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने रीढ़ की हड्डी का ऑपरेशन करवाया जो की निशुल्क किया गया। लेकिन एम्बुलेंस का खर्चा उनसे लिया गया।

राजस्थान राज्य के जिला अलवर से हमारे श्रोता की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से कौशल कुमार शर्मा से हुई। कौशल कुमार शर्मा यह बताना चाहते है कि चिरंजीवी योजना बहुत अच्छी है। गरीब परिवारों के लिए बेहतर योजना है। चिरंजीवी योजना में लोगों को पैसा का व्यवस्था नहीं हो सकने पर सरकार की तरफ से तुरंत व्यवस्था हो जानी चाहिए।

राजस्थान राज्य के जिला अलवर से रफ़ी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से दीपक सिंह से हुई दीपक सिंह यह बताना चाहते है कि उनका भाई का एक्सीडेंड हुआ था अस्पताल ने ईलाज करने से मना कर दिया पैसे देकर ईलाज कराना पडा। डॉक्टर का कहना था कि भामाशाह इस केस में काम नहीं करेगा। यह योजना बेकार है क्यूंकि इसका लाभ नहीं है। उनका दो लाख का खर्चा हुआ है।

राजस्थान राज्य के जिला अलवर से जैकम की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से जबरूद्दीन से हुई। जबरूद्दीन यह बताना चाहते है कि उनको आयुष्मान कार्ड का लाभ नहीं मिला।

राजस्थान राज्य के जिला अलवर से रफ़ी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से दीपक सिंह से हुई। दीपक सिंह यह बताना चाहते है कि मुखमंत्री आयुष्मान योजना कार्ड धारक होने के बावजूद भाई के एक्सीडेंट होने पर हस्पताल ने भर्ती करने से मना कर दिया जिसके कारण पैसे दे कर ईलाज कराना पड़ा। अस्पताल में कहा गया कि इस केस में भामाशाह कार्ड काम नहीं आएगा। अगर इस योजना का लाभ नहीं मिला तो वह बहुत दुखी है। इलाज़ कराने में उन्हें दो लाख का खर्चा लगा।

राजस्थान राज्य के जिला अलवर से रफ़ी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से इस्माइल से हुई। इस्माइल ने यह बताया कि उनका अस्पताल में पथरी का ऑपरेशन हुआ था। उनको पांच से छः दिन अस्पताल में रहना पड़ा। वहां सभी जांच का पैसा लिया गया। आयुष्मान योजना के तहत इलाज़ होना था लेकिन जांच का पैसा लिया जा रहा है। उनका पैसा वापस भी नहीं दिया गया। उनका कहना है कि जांच में पैसा नहीं लगना चाहिए। सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए। इलाज़ कराने के लिए बहुत इंतजार करना पड़ता है।

राजस्थान राज्य के जिला अलवर से रफ़ी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से जैकम जी से हुई। जैकम जी यह बताना चाहते है कि आयुष्मान कार्ड धारक को अस्पताल में जानकारी नहीं होने के कारण इलाज़ कराने में देरी होती है। लोगों से जांच का पैसा अलग से लिया जाता है। जांच, जो की निशुल्क बताया जा रहा था उसमे जब पैसा लिया जा रहा है तो लोग कंफ्यूज हो जाते है। अगर अस्पताल में भामाशाह कार्ड लेकर लोग जाते है तो लो वहां के लोग आयुष्मान कार्ड लाने के लिए बोलते है।

जोधपुर, राजस्थान निवासी प्रमिला अपने पति के ऑपरेशन पर 70000 रुपए खर्च कर चुकी है।

राजस्थान राज्य के नागौर जिला से अनीस ने मोबाइल वाणी के माध्यम से जननायिक से बातचीत किया। बातचीत के दौरान उन्होंने चिरंजीवी योजना से जुड़ी ख़ास जानकारियां दिया। साथ ही उन्होंने बताया कि सरकार की फ्री स्कीम वाली योजना होने के कारण डॉक्टर भी ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं वहीं दूसरी ओर ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों में जागरूकता की कमी के कारण इस स्कीम का भरपूर फायदा नहीं लिया जा रहा है।

राजस्थान राज्य के जिला अलवर से हमारे श्रोता की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से हमारे श्रोता से हुई। श्रोता यह बताना चाहते है कि उनको चिरंजीवी योजना का लाभ नहीं मिला है। वह चाहते है कि सरकार इस योजना को सही से लागू करे। भामाशाह में पैर का इलाज करवाए लेकिन जाँच का तीन हज़ार रूपए लिया गया ।