दोस्तों, हंसने-हंसाने से इंसान खुश रहता है, जिससे मानसिक तनाव, चिंता और डिप्रेशन कम होता है। उत्तम स्वास्थ्य के लिए हंसी-मज़ाक बहुत ज़रूरी है। इसीलिए मोबाइल वाणी आपके लिए लेकर आया है कुछ मजेदार चुटकुले, जिन्हें सुनकर आप अपनी हंसी रोक नहीं पाएंगे। अगर आपके पास भी है कोई मज़ेदार चुटकुला, तो रिकॉर्ड करें मोबाइल वाणी पर, फ़ोन में नंबर 3 का बटन दबाकर और जीतें आकर्षक इनाम।
नारी तू अबला नहीं ,स्वयं शक्ति पहचान। अपने हक को लड़ स्वयं, तब होगा उत्थान।। महिलाएं समाज का एक अहम् हिस्सा है लेकिन बदलते वक्त के साथ महिलाएं आज राष्ट्र निर्माण में भी अपना योगदान दे रही है। हर साल 8 मार्च के दिन अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का मकसद महिला सशक्तिकरण की तरफ एक कदम है. यह दिन दुनिया भर में महिलाओं के त्याग ,साहस और सम्मान को समर्पित दिन होता है। हर साल अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को एक थीम के साथ सेलिब्रेट किया जाता है साल 2024 में इस दिन को 'इंस्पायर इन्क्लूज़न ' थीम के साथ मनाया जा रहा है जिसका मतलब है "एक ऐसी दुनिया,जहां हर किसी को बराबर का हक और सम्मान मिले" दोस्तों हम सभी अपने आस पास की उन सभी महिलाओं की शक्ति जो की अविश्वसनीय है उसे सलाम करें और उनके हौसले को बुलंद करें । आप सभी को मोबाइल वाणी के पुरे परिवार की ओर से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक-हार्दिक शुभकामनाएं।
हम सभी रोज़ाना स्वास्थ्य और बीमारियों से जुड़ी कई अफवाहें या गलत धारणाएं सुनते है। कई बार उन गलत बातों पर यकीन कर अपना भी लेते हैं। लेकिन अब हम जानेंगे उनकी हकीकत के बारे में, वो भी स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मदद से, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में। याद रखिए, हमारा उद्देश्य किसी बीमारी का इलाज करना नहीं, बल्कि लोगों को उत्तम स्वास्थ्य के लिए जागरूक करना है। सेहत और बीमारी को लेकर अगर आपने भी कोई गलत बात या अफवाह सुनी है, तो फ़ोन में नंबर 3 दबाकर हमें ज़रूर बताएं। हम अपने स्वास्थ्य विशेषज्ञों से जानेंगे उन गलत बातों की वास्तविकता, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के बारे में एक महिला क्या सोचती है... यह जानना बहुत दिलचस्प है.. चलिए तो हम महिलाओं से ही सुनते हैं इस खास दिन को लेकर उनके विचार!! आप अपने परिवार की महिलाओं को कैसे सम्मानित करना चाहेंगे? महिला दिवस के बारे में आपके परिवार में महिलाओं की क्या राय है? एक महिला होने के नाते आपके लिए कैसे यह दिन बाकी दिनों से अलग हो सकता है? अपने परिवार की महिलाओं को महिला दिवस पर आप कैसे बधाई देंगे... अपने बधाई संदेश फोन में नम्बर 3 दबाकर रिकॉर्ड करें.
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**महिलाओं/बालिकाओं को अपनी समस्या व शिकायत लेकर थाना/ पुलिस चौकी व अन्य पुलिस कार्यालय बार-बार नही आना पड़ेगा :-अशोक कुमार मीणा** शाहजहांपुर:- आज दिनांक 07.03.24 को रिजर्व पुलिस लाइन, जनपद शाहजहाँपुर स्थित सभागार भवन मे समाज की प्रतिष्ठित महिलाये, स्कूल की प्रधानाचार्य व मीडिया मे कार्यरत महिलायों के साथ श्री अशोक कुमार मीणा, पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा संवाद स्थापित कर महिला सम्बन्धित विषय व ग्रामीण क्षेत्र मे निवास कर रही महिलाओ की समस्याओ के विषय मे चर्चा की गयी। उ0प्र0 शासन की मंशा के अनुरुप मिशन शक्ति अभियान (फेज -4) के अंतर्गत पुलिस अधीक्षक शाहजहाँपुर श्री अशोक कुमार मीणा द्वारा जनपद के समस्त थानों के पुलिस बल द्वारा थाना क्षेत्र के गाँवों में ग्राम चौपाल का आयोजन कर प्राथमिकता के आधार पर महिलाओं/बालिकाओं को जागरुक करने के साथ ही महिला संबंधित समस्याओं के निस्तारण कराने के संबंध में ग्राम चौपाल के आयोजन करायें जा रहे है। अब महिलाओं/बालिकाओं को अपनी समस्या व शिकायत लेकर थाना/ पुलिस चौकी व अन्य पुलिस कार्यालय बार-बार नही आना पड़ेगा अपितु “शक्ति दीदी” नियमित रुप से ग्राम चौपाल के माध्यम से विभिन्न गांवों में उपस्थित होकर महिलाओं/बालिकाओं को जागरुक करने के साथ ही संवाद स्थापित कर उनकी शिकायतों का शीघ्र निस्तारण करने हेतु सम्बन्धित को निर्देशित किया गया है। मीटिंग में उपस्थित महिलाओ को मिशन शक्ति (नारी सुरक्षा,नारी सम्मान व नारी स्वावलंबन) फेज़-4 के तहत महिला सुरक्षा व बचाव संबंधी जानकारी दी गई और शासन द्वारा जारी हेल्प लाइन नम्बर -112,108,181,1076,1090,1098 की जानकारी देते हुए संकट के समय इनके प्रयोग हेतु बताया गया । साथ ही शासन द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं मे उज्जवला योजना, सुकन्या समृद्धि योजना,फ्री सिलाई मशीन योजना,सामूहिक विवाह योजना,प्रधानमंत्री आवास योजना,सुरक्षित मातृत्व आश्वासन योजना,बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की विस्तृत जानकारी दी गई । साइबर अपराधों से बचाव के बारे में बताया गया और यदि किसी व्यक्ति के साथ साइबर अपराध की घटना घटित होती है तो तत्काल साइबर हेल्प लाइन नम्बर 1930 पर अपनी शिकायत दर्ज कराये सूचना दर्ज होने के उपरान्त शीघ्र त्वरित कार्यवाही की जायेगी । मीटिंग मे प्रभारी निरीक्षक महिला थाना श्रीमति रश्मि अग्निहोत्री, महिला हेल्पडेक्स प्रभारी तथा अन्य कर्मचारी मौजूद रहे ।
डीएम के औचक निरीक्षण में शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही आयी सामने** **बच्चे पहाड़ा भी नही सुना सके, न ही वह अग्रेंजी की पुस्तके पढ़ सके, विद्यालय की व्यवस्था अस्त व्यस्त** **डीएम के औचक निरीक्षण में शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही आयी सामने** **बच्चों के पानी पीने के नल भी टूटे मिले, बच्चों को पढ़ाने के लिये ब्लैक बोर्ड भी अत्यंत खराब** **डीएम को विद्यालयों के निरीक्षण दौरान मिली खामियां, बीएसए सहित प्रधानाध्यापकों तथा एबीएसए के विरूद्ध कार्यवाही के निर्देश** शाहजहांपुर:- सरकार की मंशानुसार जिलाधिकारी उमेश प्रताप सिंह भी शिक्षा एवं स्वास्थ्य के प्रति अत्यंत गंभीर रहते है। बुधवार को जिलाधिकारी ने कम्पोजिट विद्यालय चिनौर एवं कम्पोजिट विद्यालय पैना बुजर्ग का औचक निरीक्षण किया,जिसमें तमाम कमिया सामने आयी, जिस पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुये प्रधानाध्यापकों तथा एबीएसए का कार्यो मे सुधार होने तक वेतन रोकने के निर्देश दिये। साथ ही जिलाधिकारी ने बीएसए का भी जवाब तलब करने हेतु निर्देशित किया। जिलाधिकारी द्वारा कम्पोजिट विद्यालय चिनौर के निरीक्षण के दौरान शिक्षिका के स्थान पर कक्षा में अनुसेविका मौजूद पायी गयी। कक्षाओं में साफ-सफाई व्यवस्था भी बदहाल थी, सभी कक्षाओं में कूड़ा बिखरा पड़ा था, बच्चे क्लास में निर्धारित ड्रेस में नही थे। जिलाधिकारी ने शिक्षा की गुणवत्ता जांचने के लिये कक्षा 4 व कक्षा 5 के बच्चों से पहाड़े सुने एवं अंग्रेजी की पुस्तके पढ़वाकर देखी। बच्चे पहाड़ा भी नही सुना सके न ही वह अग्रेंजी की पुस्तके पढ़ सके जिसे लेकर जिलाधिकारी ने गहरी नाराजगी प्रकट करते हुये प्रधानाध्यापक एवं एबीएसए का शिक्षा की गुणवत्ता मे सुधार होने तक वेतन रोकने के कड़े निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने प्रधानाध्यापक को विद्यालय में साफ-सफाई रखने हेतु भी निर्देशित किया। इसी क्रम में जिलाधिकारी ने कम्पोजिट विद्यालय पैना बुजुर्ग का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कक्षाओं में कूड़ा बिखरा पड़ा पाया गया। बच्चे कक्षा में निधारित ड्रेस में नही थे। बच्चे अंग्रेजी की पुस्तके भी नही पड़ सके न ही बच्चे पहाड़े सुना सके। कायाकल्प योजनान्तर्गत तमाम विद्यालयों में कायाकल्प का कार्य किया गया है परन्तु विद्यालय में बच्चों के पानी पीने के नल भी टूटे मिले, बच्चों को पढ़ाने के लिये ब्लैक बोर्ड भी अत्यंत खराब पाया गया जिसे लेकर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की तथा प्रधानाध्यापिका का वेतन रोकने व बीएसए का जवाब तलब करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने सख्त निर्देश देते हुये कहा कि विद्यालय में नियमित रूप से साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाये तथा बच्चें निर्धारित ड्रेस में ही विद्यालय में उपस्थित हो यह सुनिश्चित किया जाये। उन्होने सभी शिक्षकों को शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने हेतु कड़े निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चों के भविष्य के साथ खिलबाड़ बिल्कुल भी बर्दाश्त नही किया जायेगा ऐसा करने वालों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी।। मोबाइल वाणी पुवायां शाहजहांपुर उत्तर प्रदेश Skag24 मोबाइल वाणी खुटार शाहजहांपुर उत्तर प्रदेश ब्रेकिंग न्यूज़ खुटार शाहजहांपुर उत्तर प्रदेश Bharatiya Janata Party (BJP) BJP OBC Morcha BJP Uttar Pradesh #134_पुवायाँ_विधानसभा Nstv24newschainnel Nstv24news Channel Nstv24newschannel Chetram Pasi TV9 Bharatvarsh Zee News News18 India #mobilewanishahjahanpur #breakingspnup #ModiKiGuarantee #ModiAgainIn2024
***फाइलेरिया मरीजों को बांटी गई एमएमडीपी किट*** फाइलेरिया से प्रभावित अंग के प्रबंधन से संबंधित तरीके सिखाए फाइलेरिया मरीजों ने ग्रामवार बनाए समूह, अन्य लोगों को फाइलेरिया के प्रति करेंगे जागरुक शाहजहाँपुर जनपद के ब्लॉक भावलखेड़ा के अंतर्गत आने वाले हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर जामुका और रौसर के ग्राम जमुका, चौढ़ेरा, चक परमाली, रौसर कोठी, दनियापुर और लालबाग के फाइलेरिया मरीजों को एमएमडीपी किट से संबंधित प्रशिक्षण दिया गया और फाइलेरिया से प्रभावित अंग के प्रबंधन से संबंधित तरीके भी सिखाए गए । इसके साथ ही सामुदायिक बैठक का भी आयोजन किया गया। इसमें फाइलेरिया की बीमारी से संबंधित जानकारी दी गई और 55 फाइलेरिया मरीजों को एमएमडीपी किट का भी वितरण किया गया। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा प्रशिक्षण के दौरान हाथीपांव के मरीजों को बताया गया कि मरीज को टब में अपना प्रभावित अंग रखना होता है और फिर मग से धीरे धीरे पानी डालकर अंग को भिगोना होता है। पानी न तो ठंडा हो और न ही गरम हो। साबुन को प्रभावित अंग पर सीधे नहीं लगाना है । साबुन को हाथों में लेकर झाग बना लेना है और फिर उसी झाग को प्रभावित अंग पर लगाना है और अंग को धुलना है । इसके बाद साफ कॉटन के तौलिये से बिना रगड़े हल्के हाथ से अंग को साफ करना है। अगर प्रभावित अंग कहीं कटा है या इंफेक्टेड है तो वहां पर क्रीम भी लगाना है। प्रतिदिन ऐसा करने से हाथीपांव से प्रभावित अंग सुरक्षित रहते हैं और आराम भी मिलता है । इसके अलावा एड़ियों के सहारे खड़ा होकर प्रतिदिन व्यायाम करना है। इस पूरी प्रक्रिया के लिए एमएमडीपी किट विभाग द्वारा सरकारी प्रावधानों के अनुसार प्रदान किया जाता है । फाइलेरिया मरीजों का समूह भी बनाया गया इस दौरान अलग-अलग गांव में फाइलेरिया मरीजों के समूह भी बनाए गए। ग्राम जमुका में जमुका फाइलेरिया रोधी समूह बनाया गया, चौढ़ेरा में चौढ़ेरा फाइलेरिया रोधी समूह बनाया गया, लालबाग में लालबाग फाइलेरिया रोधी समूह बनाया गया। इन समूहों में शामिल फाइलेरिया मरीज माह में एक बार बैठक किया करेंगे और शनिवार को लगने वाले स्वास्थ्य मेले में लोगों को फाइलेरिया के प्रति जागरुक करेंगे और उन्हें अपने स्वास्थ्य की जांच कराने के लिए प्रेरित करेंगे। इसके साथ ही फाइलेरिया मरीज अपने स्वास्थ्य की भी जांच कराएंगे। ग्राम जमुका निवासी 52 वर्षीय नफीसा बेगम बताती है की 20 वर्ष पहले मुझे फाइलेरिया की बीमारी हुई थी अब मेरे दोनों पैर फाइलेरिया ग्रस्त हैं मुझे ठंड लगकर बुखार आता है और असहनीय दर्द होता है। सर्वजन दवा सेवन अभियान में जो लोग फाइलेरिया रोधी दवा खाने से इनकार कर रहे थे मैंने आशा कार्यकर्ता लक्ष्मी देवी के क्षेत्र में ऐसे परिवारों को अपनी समस्या के बारे में बताया और अपने अनुभव साझा किया इसके बाद सभी ने फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन किया । प्रशिक्षण में जो भी बताया गया है मैंने इसको ध्यान पूर्वक सीखा है जिससे मुझे आराम मिले l मैं प्रशिक्षण में दी गई जानकारी और व्यायाम के तरीकों को अपने दिनचर्या में शामिल करूंगी जिससे मुझे तेज बुखार और असहनीय दर्द से राहत मिले । एमएमडीपी किट से संबंधित प्रशिक्षण में प्रतिभाग करने आए ग्राम चक परमाली के निवासी 27 वर्षीय प्रमोद वर्मा ने बताया कि मुझे 5 वर्ष पहले फाइलेरिया की बीमारी हुई थी, सबसे पहले मुझे ठंड लगी और फिर तेज बुखार आया इसके उपरांत ही मेरे उल्टे पैर में दर्द शुरू हो गया असहनीय दर्द के बाद पैर सूज गया फिर मैंने सरकारी और प्राइवेट चिकित्सकों से दवाई कराई लेकिन आराम नहीं मिला । फिर मैंने झाड़ फूंक का भी सहारा लिया और पैर में ताबीज बांध लेकिन कोई आराम नहीं मिला, मेरा सीधा पैर भी सूज गया अब मेरे दोनों पैर फाइलेरिया प्रभावित है। एमएमडीपी किट से संबंधित प्रशिक्षण में प्रतिभाग करके यह जानकारी प्राप्त हुई है कि फाइलेरिया ग्रस्त अंगों का अच्छे से रख रखाव करके हम दर्द और बुखार से कुछ हद तक बच सकते हैं। मैंने इस तरह के प्रशिक्षण में पहली बार प्रतिभाग किया है, जिसमें फाइलेरिया की बीमारी से संबंधित जानकारी मिली साथ ही व्यायाम के बारे में भी बताया गया मैंने प्रशिक्षण और व्यायाम को अच्छी प्रकार से सीखा है । मैं सदैव अपने दिनचर्या में प्रशिक्षण के स्टेप को शामिल करूंगा जिससे मुझे आराम मिले। इस दौरान सीएचओ जामुका रोली राजबंसी, सीएचओ रौसर इमैनुअल मसीह, ग्राम जमका आशा कार्यकर्ता लक्ष्मी देवी और सदा देवी, ग्राम चौढ़ेरा आशा संगिनी सुनीता शुक्ला, आशा कार्यकर्ता सोनी सिंह, ममता, कमलेश तिवारी दनियापुर , विजयलक्ष्मी रौसर कोठी, आरती लालबाग, कुसमा चक परमाली आदि मौजूद रही ।
आगरा पहुंचे पुवायां निवासी राज्यसभा सांसद मिथिलेश कुमार आज आगरा (उ०प्र०) में आयोजित "अनुसूचित जाति महासम्मेलन" कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के यशस्वी मा0 राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय श्री J.P.Nadda जी, उत्तर प्रदेश सरकार के मा0 मुख्यमंत्री श्री MYogiAdityanath जी का आशीर्वाद तथा मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। PMO India Bharatiya Janata Party (BJP) BJP Uttar Pradesh @followers @topfans
जीवन_की_सच्चाई.भ्रम_ही_भय_है। @#एक_आदमी चला जा रहा था। #रास्ते में एक कुत्ता मिल गया। #कुत्ते की कद-काठी और हाथ-भाव से वह डर गया और भागने लगा। #कुत्ते ने भी उसका पीछा किया। #आदमी बेतहाशा भागा जा रहा था और #कुत्ता भी रुकने का नाम नहीं लेता। @#दूर से यह दृश्य एक #विज्ञ पुरुष देख रहा था। व्यक्ति जब उसके पास से गुजरा, तो उसने चिल्लाकर - “मूर्ख! रुक जा, भाग मत। कुत्ता तुम्हारा पीछा नहीं कर रहा है।” @#इस वाक्य से कुछ ढाढ़स हुआ। वह हाँफते हुए रुक गया। उसके रुकते ही कुत्ता भी उसके पीछे खड़ा हो गया, कुछ इधर-उधर सूँघ कर फिर चलता बना। @#अब सुधी उस सज्जन से उसे समझाया- “कुत्ता वस्तुतः तुम्हारा पीछा नहीं कर रहा था। वह तो तुम्हारे भय के कारण पैदा हुए #एड्रीनेलिन_रस की गंध से खिंचा चला आ रहा था। तुम्हारे रुकते ही,#भय समाप्त होते ही वह रसस्राव बंद हो गया, जिससे गंध का निकलना रुक गया और कुत्ता भी लौट गया। #अध्यात्म_सागर @#अब वह #व्यक्ति सोचने लगा :- #हमारी तरह न जाने कितने ही लोग रस्सी को साँप #समझ बैठते और डरते-मरते रहते हैं। #इसके बाद ही उसे इस उक्ति की #सच्चाई समझ में आयी, #जिसमें कहा गया है-#डरपोक जीवन में #कितनी ही बार #मरते हैं, जबकि #साहसी का #मरण सिर्फ एक बार होता है। @#कहानी_अच्छी_लगे_तो_शेयर_कीजिये। ।। ~@#जय_जय_श्रीराम@~ ।।