*** अधेड़ की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत *** --- कलेक्टरगंज गांव के किनारे यूकेलिप्टस के पेड़ों के बीच में फंसी मिली लाश --- गुरुवार दोपहर को घर से निकले थे नरौठा गांव के विजेंद्र वर्मा खुटार। क्षेत्र के गांव नरौठा देवीदास में रहने वाले 52 वर्षीय विजेंद्र वर्मा की पत्नी सुनीता वर्मा की साल 2002 में मौत हो गई थी। उनकी इकलौती बेटी अंजली वर्मा की शादी हो चुकी है। विजेंद्र वर्मा गांव में अकेले रहते थे और शराब पीने के आदी थे। गुरुवार दोपहर 12 के करीब वह अपने घर से गांव में जाने की बात कहकर निकले थे। विजेंद्र वर्मा की चचेरी भाभी गंगा देवी ने बताया कि गुरुवार को घर से जाने के बाद देर रात तक वह घर लौट कर नहीं आए। शुक्रवार सुबह उन्हें करीब 5 किलोमीटर दूर स्थित कलेक्टरगंज गांव के कुछ लोगों ने सूचना दी कि विजेंद्र की लाश गांव के किनारे रामू के खेत की मेड़ पर खड़े यूकेलिप्टस के पेड़ों के बीच में फंसी है। सूचना मिलते ही गंगा देवी के परिवार के लोग मौके पर पहुंचे और उन्होंने मामले की जानकारी पुलिस को दी। खबर लगते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गए पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। मृतक की भाभी गंगा देवी ने बताया कि विजेंद्र शराब पीने के आदि थे और वह पड़ोसी जनपद लखीमपुर खीरी के थाना मैलानी के अंतर्गत आने वाले गांव राजामंडी में शराब पीने के लिए जाते थे। उन्होंने आशंका जताई कि गुरुवार को भी शराब पीने के लिए गए होंगे। शराब अधिक पीने की वजह से वही रास्ते में लड़खड़ाकर गिर गए और उनकी मौत हो गई। विजेंद्र की मौत की खबर मिलते ही हरिद्वार में अपने पति के साथ रह रही उनकी बेटी अंजली वर्मा व अन्य नाते रिश्तेदार भी गांव पहुंच गए हैं। घटना से परिवार में कोहराम मचा हुआ है।।