सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...
"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा केला की फसल में बोरान की कमी के लक्षण तथा उपचार के बारे में जानकारी दे रहे हैं । अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला सुल्तानपुर से फकरुद्दीन , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि अगर महिलाओं का पैतृक संपत्ति पर अधिकार है और उसके पिता या भाई उसे कुछ देते हैं, तो यह महिला उसके लिए बहुत अच्छा होगा ताकि वह अपना और अपने बच्चों का अच्छी तरह से पालन-पोषण कर सके। इसी तरह सोच को भी बदलना होगा। कानून बहुत अच्छी तरह से बनाया गया है कि महिलाओं को भी पैतृक संपत्ति पर अधिकार मिलना चाहिए। क्योंकि ऐसा बहुत बार होता है कि जिनके बच्चे नहीं हैं, यानी लड़के नहीं हैं, तो महिलाएं अपनी पैतृक संपत्ति पर पूरा अधिकार ले लेती हैं, इसलिए यह कानून बहुत अच्छा है।
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला सुल्तानपुर से फकरुद्दीन , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि हाल ही में हाथरस में हुआ था। जिसमें बाबा द्वारा एक धार्मिक सभा आयोजित की जा रही थी, उम्मीद से अधिक भीड़ जमा हो गई, जिसके कारण कुछ अंधविश्वास के कारण भगदड़ मच गई या लापरवाही के कारण आप इसे कुछ भी कह सकते हैं। उस भगदड़ में सैकड़ों लोगों की मौत हो गई थी। अब इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा, प्रशासन या बाबा जिन्होंने इस आयोजन का आयोजन किया, तो ऐसे आयोजन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया जाए या फिर जो कोई भी उस कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है, तो उस कार्यक्रम की जिम्मेदारी पूरी तरह से तय होनी चाहिए कि अगर कोई दुर्घटना या घटना होती है, तो वह आयोजक या बाबा जो उस कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं।
दोस्तों इस तरह के बाबाओं द्वारा चलाई जा रही धर्म की दुकानों पर आपका क्या मानना है, क्या आपको भी लगता है कि इन पर रोक लगाई जानी चाहिए या फिर इनको ऐसे ही चलते ही रहने देना चाहिए? या फिर हर धर्म और संप्रदाय के प्रमुखों द्वारा धर्म के वास्तविक उद्देश्यों का प्रचार प्रसार कर अंधविश्वास में पड़े लोगों को धर्म का वास्तविक मर्म समझाना चाहिए। जो भी आप इस मसले पर क्या सोचते हैं अपनी राय रिकॉर्ड करें ग्रामवाणी पर
उत्तर प्रदेश राज्य के सुल्तानपुर जिला से सेहनाज़ मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है की लैंगिक असमानता का अर्थ है लिंगों के बीच अंतर करना, इस आधार पर महिलाओं के साथ भेदभाव किया जाता है, पारंपरिक रूप से महिलाओं को समाज में एक कमजोर वर्ग के रूप में रखा जाता है। घर और समाज दोनों में उसके साथ दुर्व्यवहार किया जाता है और वह भेदभाव से पीड़ित होती है। महिलाओं के खिलाफ भेदभाव दुनिया के कई हिस्सों में प्रचलित है। भारतीय समाज में महिलाओं को घर के काम के लिए उपयुक्त माना जाता है।
उत्तर प्रदेश राज्य के सुल्तानपुर जिला से सेहनाज़ मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है की कुपोषण एक ऐसी स्थिति है जो देश के किसी भी विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। आज के समय में भारत में कुपोषण। गरीबी की समस्या बनी हुई है, और भारत सरकार ने कई योजनाएं और जागरूकता अभियान शुरू किए हैं, और ऐसे कई कार्यक्रम होते हैं। जिसमें कुपोषण की समस्या को दूर किया जा सकता
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उत्तरप्रदेश राज्य के सुल्तानपुर से शहनाज़ मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि अब लोगों को मुफ्त में राशन नहीं मिलेगा। करना भी आवश्यक है। यदि परिवार का कोई व्यक्ति एक स्थान से दूसरे स्थान पर चला गया है या किसी की मृत्यु हो गई है, तो उन लोगों का नाम सरकार द्वारा राशन कार्ड से हटा दिया जाएगा। राशन कार्ड धारकों के लिए सरकार द्वारा कई नियम बनाए गए हैं। इसका मतलब है कि मुफ्त राशन प्राप्त करने में किसी भी तरह की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा, इसलिए जुलाई से राशन कार्ड में नए नियमों के बारे में जानना होगा। नए नियम लागू हो रहे हैं, देश में ऐसे कई परिवार होंगे।
उत्तरप्रदेश राज्य के सुल्तानपुर जिला से फकरूद्दीन ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि पक्ष विपक्ष यह एक ऐसी श्रृंखला है जिसमें सभी लोगों को दोनों पक्षों को रखने का समान अवसर मिलता है। इसका अपना एक घोषणापत्र जारी किया गया था जिसे राजनीतिक दलों को प्रस्तुत किया गया था कि अगर आप हमसे वोट लेना चाहते हैं तो आपको हमारी इन मांगों को पूरा करना होगा। यह एक देश में एक नई क्रांति है। एक नई सोच की शुरुआत हुई है। जिससे की हम नागरिक भी अपने अधिकारों, अपनी जरूरतों को नेताओं के सामने, दलों के सामने रखेंगे, जो भी पक्ष हमारी मांगों को पूरा करने में अधिक सक्षम हो या हमारी मांगों को पूरा करने के लिए सहमत हो। हम इसके लिए मतदान करेंगे, यह एक बहुत अच्छी पहल है जो पूरे देश में क्रांति ला सकती है, इसका सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि लोग अपने अधिकारों के बारे में जागरूक होंगे, लोग अपने अधिकारों के बारे में जागरूक होंगे, लोग सोचेंगे कि हम देश में क्रांति ला सकते हैं। हमारे इस क्षेत्र का विकास इसलिए किया जा सकता है क्योंकि हर जगह होने वाली समस्याएं अलग-अलग हो सकती हैं। कहीं सड़कों का निर्माण बहुत महत्वपूर्ण है, कहीं पानी है, कहीं बिजली है, इसलिए हर जगह की जरूरतें अलग-अलग हैं, इसलिए हर जगह की जरूरतें भी अलग-अलग हैं। अगर लोगों को छोटे समूहों में बांटा जाए, तो वे अपनी मांगें मांगेंगे और लोगों के नेताओं को अपनी मांगें सौंपेंगे, फिर छोटी-छोटी मांगें पूरी होने पर उन्हें इस तरह से छोटे-छोटे लिंक मिलेंगे।