एड्स इस नाम से हम सभी भली भांति परिचित हैं इसका पूरा नाम है 'एक्वायर्ड इम्यूलनो डेफिसिएंशी सिंड्रोम ' यह एक तरह का वायरस है जिसे एचआईवी के नाम से भी जाना जाता है।यह एक जानलेवा बीमारी है लेकिन आज भी लोगों में एड्स को लेकर सतर्कता नहीं है।साथ ही इसे समाज में भेदभाव की भावना से देखा जाता है। एड्स के प्रति जागरूकता फ़ैलाने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है। दोस्तों , हम सभी को एड्स को लेकर सतर्क रहना है ,साथ ही लोगों में सर्तकता लाने की भी ज़रुरत है।साथियों, एड्स का उपचार भेदभाव नहीं बल्कि प्यार है। आइये हम सभी मिलकर विश्व एड्स दिवस मनाए और लोगों में एड्स के प्रति अलख जगाए। सतर्क रहें,सुरक्षित रहें
रायबरेली।राणा बेनी माधव जिला अस्पताल के एंटी रेट्रो वायरल थेरेपी(एआरटी) सेंटर में सीडी-4 मशीन का शुक्रवार को उद्घाटन मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. महेंद्र मौर्य ने किया | इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने कहा कि एच आई वी संक्रमित व्यक्तियों को दी जाने वाली औषधियों की प्रभावशीलता को जांचने के उद्देश्य से सीडी-4 की जांच किया जाना महत्त्वपूर्ण हैं । इस अवसर पर मौजूद ए आर टी केंद्र के नोडल अधिकारी डा प्रदीप कुमार ने बताया कि जिले में संचालित हो रहे ए आर टी केंद्र में वर्तमान में 1010 व्यक्ति निःशुल्क चिकित्सा सुविधा का लाभ ले रहे है | अब सीडी-4 की जांच केंद्र पर ही उपलब्ध होने से उन्हें इसका त्वरित लाभ मिल सकेगा मशीन को संचालित करने वाले प्रयोगशाला प्राविधिज्ञ भूपेंद्र प्रताप सिंह ने बताया की इससे पूर्व एचआईवी संक्रमितों के रक्त का नमूना लेकर लखनऊ स्थित मेडिकल कॉलेज जाना पड़ता था जिससे सीमित संख्या में ही जांच किया जाना संभव हो पाता था परंतु नई मशीन लग जाने से कार्य में और तेजी आयेगी । इस अवसर पर वरिष्ठ रेडियोलॉजिस्ट डा अल्ताफ हुसैन , जिला अस्पताल की मैट्रन श्रीमती अर्चना पांडेय, क्वालिटी मैनेजर डा बी आर यादव , केंद्र के परामर्शदाता अमित दुबे , डाटा मैनेजर हिमांचल सिंह , फार्मासिस्ट प्रियंका गुप्ता , केयर कोऑर्डिनेटर विजय कुमार मौर्य उपस्थित रहे ।
शर्म को ज़रा किनारे करके अपने बच्चों को AIDS के बारे में विस्तार से बताएं ताकि वो इस खतरनाक बीमारी से सुरक्षित रहे। साथियो अगर आप भी एड्स से जुडी कोई जानकारी हमसे साझा करना चाहते हैं तो फ़ोन में अभी दबाएं नंबर 3 का बटन और रिकॉर्ड करें अपनी बात।