रायबरेली। भारत का संविधान ही पवित्र राष्ट्र ग्रंथ, संविधान में प्रदत कर्तव्य ,अधिकारों से देश के नागरिकों को जागृत करने, माता-पिता ही सर्वोच्च देवता, प्राकृतिक संपदा संरक्षण ,हरित तथा श्वेत क्रांति, स्वयं का स्वास्थ्य ही सर्वोच्च राष्ट्र संपदा ,उच्च व प्रतियोगी तथा विज्ञानिक शिक्षा ही राष्ट्र निर्माण का आधार, मताधिकार एवं मत के महत्व को समझ कर संगठित होना ही राष्ट्र निर्माण का मूल तत्व ,मृत्यु भोज, धर्मांधता एवं कुरीतियों से लड़ते हुए ष्क्या कहेंगे लोग ष्जैसी मानसिकता से उबरने पर ही सशक्त राष्ट्र निर्माण की परिकल्पना , महिलाओं का सम्मान ,जाति -धर्म से ऊंचे उठकर मानव में समरसता करुणा वेदना , और संघर्ष की भावना तथा मानव कल्याण की भावना ही राष्ट्र धर्म ,सबको आदर से एवं समाज मैं नवचेतना, जागरण, पैदा करने के उद्देश्य से लालगंज केवग्राम सुल्तानपुर जाला मै नव चेतना जागरण मंच उत्तर प्रदेश द्वारा नव चेतना जागरण एवं सम्मान समारोह प्रमुख समाजसेवी शिव शंकर कुशवाहा की अध्यक्षता में संपन्न हुआ