उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के तहत चलाई जा रही है यह योजना

जिलाधिकारी संजीव रंजन ने दी जानकारी

मृत पड़े नीलगाय के लगभग 24 घंटे होने वाले हैं

आजादी के बाद से ही सरकारें देश में किसान और कृषि से संबंधित तमाम योजनाओं के माध्यम से विकास में जुड़ी हुई हैं। जहा एक तरफ किसानों की आय दोगुनी करने का प्रयास किया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ किसानों को उनकी लागत में हर संभव कमी के प्रयास पर भी बल दिया जाता है। किसानों के जीवन में मौसम आदि से संबंधित तमाम चुनौतियों के साथ आवारा पशु भी उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए एक नई चुनौती बनकर खड़े हैं साथ ही साथ कुछ क्षेत्रों में जिसमें रानीगंज के साथ जनपद प्रतापगढ़ के अन्य तहाशीलों के क्षेत्रों में जंगली सुअर ने भी फसलों को तबाह करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है जिससे किसान हताहत है।

चौबीस घंटे से कैद बेजुबान भूख प्यास से तड़प रहे , बाबागंज ब्लॉक के गिस्था गांव में मंगलवार को किसानों द्वारा एकत्रित कर पानी की टंकी बाउंड्री वॉल में जमा किए गए बेजुबानों को भोजन, पानी नहीं मिला है खबर लिखे जाने तक 36 घंटे बीत चुके थे लेकिन जिम्मेदार अधिकारी मौके पर तो गए थे लेकिन कोई उचित ठोस निर्णय नहीं ले पाए मंगलवार से अबतक लगभग 500 की संख्या में निराश्रित गोवंश बाउंड्री वॉल में जमा किए गए हैं प्रभारी बीडीओ बाबागंज रामचंद्र शर्मा मंगलवार को मौके पर आए थे , लेकिन फोन कोई सार्थक कदम नहीं उठा पाए जिसके कारण बेजुबान बिना चारा पानी के बाउंड्री में तड़प रहे।

जनपद प्रतापगढ़ के रानीगंज क्षेत्र के ग्राम सभा अवधानपुर भोजे म ऊ में आज रात बड़कवा सियार के पंजें का निशान एक आलू के खेत में दिखाई देने से गांव में बहुत हड़कंप मचा हुआ है,जिससे इस गांव के लोग बहुत भयभीत हैं, आईये जानते हैं, एक किसान से जो इस समय यही अपने खेत में ही मौजूद हैं, हम इनसे जानने का प्रयास करते हैं, की क्या है, यहां की हकीकत उन्हीं की जुबानी क्या है, कहानी

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