प्रयागराज के अंधियारी में चल रहे टोल प्लाजा के लोगों ने बिना किसी आदेश के प्रयागराज के जहानाबाद में सर्विस लेन पर पहुंचने के लिए गेट बना दिया है। इस गेट से लोडेड ट्रैक्टर, ट्रक, डीसीएम व बड़ी कटाई की मशीनें नहीं निकल सकती हैं। इससे लोगों को भारी समस्या हो रही है। हास्यास्पद बात है कि प्रयागराज में संचालित टोल प्लाजा के लोग प्रतापगढ़ में आकर रास्ता बाधित कर रहे हैं। प्रतापगढ़ के हथिगवां थाना क्षेत्र के जहानाबाद में सर्विसलेन से बाहर निकलने के लिए एक लिंकरोड है। इस पर प्रयागराज के अंधियारी में सचालित होने वाले टोलप्लाजा के लोगों ने एक गेट बना दिया है। छोटे वाहन तो इससे निकल जाते हैं लेकिन यह किसानों के लिए समस्या का विषय बन गया है। न तो इससे कटाई की मशीन आ जा सकती है और न ही ट्रैक्टर पर कोई कृषि का सामान लदकर आ जा सकता है। इसके चलते लोगों के सामने समस्या खड़ी हो गई है। दरअसल एनएचआई का यह कानपुर-बनारस हाइवे है। यह करीब १२ किमी ही प्रतापगढ़ में है। इस पर चलने वाले वाहनों को भी मानक के अनुसार कम किमी होने के चलते टोल देय नहीं है। यानी एनएच पर यदि आप एक निश्चित दूरी तय करते हैं तभी टोल देना होता है। इसीलिए एनएचआई ने सभी को आधारनंबर बताने के लिए कहा है। आधार नंबर से पता चलता है कि गाड़ी एनएच पर कितने किमी चली है। यदि ६० किमी गाड़ी एनएच पर चली है तो टोल देना जरूरी होता है। इधर प्रतापगढ़ में महज १२ किमी की दूरी तय करने के बाद ही उन पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है। यहां आम लोगों की रोजमर्रा कार्यों के लिए भी लोकल लोगों का टोल माफ किया गया है। यदि हर दिन टोल से गुजरना है तो उसका पास भी बन जाता है। बावजूद इसके किस नियम के तहत टोल संचालकों ने जहानाबाद में गेट बना दिया है इसका पता ही नहीं चल पा रहा है। गेट बनाने के साथ ही यहां पर दो निजी कर्मचारियों को भी तैनात कर दिया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि नियम चाहे जो हों लेकिन अगर यह गेट एनएच के बाद सर्विस लेन और सर्विस लेन से जुड़ी लिंक रोड पर तो नहीं बन सकता। बावजूद इसके पुलिस प्रशासन के लोग इसको लेकर आंख बंद किए बैठे हैं।