पिछले अंक में हम लोगों ने बात किया था कि किसानों के जीवन में मौसम के अलावा भी कई चुनौतियां हैं जिनमें से छुट्टा जानवर एवं जंगली सूअर भी एक हैं साथ ही साथ हम लोगों ने अभी चर्चा किया था की कैसे जंगली सूअर और छुट्टा जानवर और किसानों का नुकसान कर रहे हैं। इसी पर प्रत्यक्ष अवलोकन करने और आकलन करने की दृश्य उद्देश्य से आज हम अपने क्षेत्र के शिवगढ़ विकासखंड के किसानों के खेत पर जाकर के प्रक्षेत्र भ्रमण किया और यह आकलन किया की कैसे और कितने प्रतिशत तक किसानों का जंगली सुरों से नुकसान हो रहा है। और प्रक्षेत्र पर जाकर के प्रभावित किसानों से जिनकी खेती में जंगली सुरों का तांडव मचा हुआ है उनसे बात की और उनसे जाना और देखा भी की किस तरह से लगभग एक बाई की फसल में 5 से 6 विश्वा का नुकसान जो की लगभग फ्रेश हॉल लेवल के ऊपर अर्थात 30% से अधिक का नुकसान हो रहा है और यह भी पाया कि ज्यादातर जो कैश क्रॉप है खड़ी फसल है जैसे की चन मटर आलू टमाटर धनिया लहसुन सरसों और कुछ हद तक गेहूं की फसलों में भी इनका अधिक प्रकोप है इस पर निश्चित ही हम सबको और शासन को भी सामूहिक रूप से कुछ ना कुछ सोचना पड़ेगा। धन्यवाद