आवारा पशु किसान बन गए हैं । कड़ाके की ठंड में , वे रात में फसलों की रक्षा के लिए जाग रहे हैं । आपको बता दें कि बाबा बेलखरनाथ धाम प्रतापगढ़ जिले के पट्टी तहसील क्षेत्र में है । विकास खंड के तहत अमहारा ग्राम पंचायत में सैकड़ों आवारा पशु स्वतंत्र रूप से घूम रहे हैं । रात की नींद उड़ गई है , राज्य के मुख्यमंत्री के आदेशों का पालन नहीं किया जा रहा है । लेकिन आज आवारा पशुओं की अधिकता से उनकी उम्मीदें धराशायी हो रही हैं । सैकड़ों आवारा पशु किसानों को खून से लथपथ करवा रहे हैं । खेत इतने बड़े हैं । एक लागत है , जिसके कारण किसान कर्ज में डूबा हुआ है और उस पर आवारा पशु फसल बर्बाद कर रहे हैं । किसान बैंकों का कर्ज चुका देगा , तो वह अपने परिवार का भरण - पोषण कैसे करेगा , जिसके पास खेती के अलावा कोई नहीं है ? कोई आय नहीं है , क्या करना है , किसानों द्वारा तहसील कर्मचारी और ब्लॉक कर्मचारी को लिखित और मौखिक जानकारी दी गई थी , लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इसके प्रति संवेदनशील नहीं है । गाँव के एक किसान अरुण कुमार पांडे ने कहा कि गाँव के लोग महीनों से अपने खेतों की रखवाली करते - करते थक गए हैं । लेकिन आज तक इन आवारा जानवरों का कोई निदान नहीं किया गया है । किसान दिन - रात खेतों की रखवाली करते हैं । राज्य के मुख्य आदेश का पालन करने के लिए कोई भी तैयार नहीं है । सोमवार को गांव के अरुण कुमार पांडे के नेतृत्व में निशाकांत पांडे राम प्यारे पांडे रविशंकर कैलाशनाथ तिवारी श्रीनाथ तिवारी श्रीराम विश्वकर्मा छोटे लाल हरिजन रमेश कुमार तिवारी रमेश पाल आकाश कुमारी गांव के योगेश कुमार तिवारी , मनोज कुमार महेश मौर्य , महेंद्र कुमार रजक , नीरज तिवारी सहित दर्जनों लोग एकत्र हुए और कहा कि अगर इसका तुरंत पता नहीं चला तो तहसील के गेट पर खड़े होकर विरोध करेंगे ।