जनपद प्रतापगढ़ के श्रीराम वन गमन मार्ग से जब वह अयोध्या नगरी से चले तो वह सरयू नदी को पार करने के बाद वह सुल्तानपुर से त्रिरशुंडी़ के रास्ते कोहडौर से होते हुए, चिलबिला से भंगवा चुंगी से भुपिया म ऊ से विश्वनाथगंज देल्हूपुर से सीधा रास्ता प्रयागराज से श्रृंगवेरपुर जाता है, उसी रास्ते को लोग भगवान श्रीराम वन गमन के नाम से भी जानते हैं, जो बहुत प्रसिध्द है, कल अयोध्या में श्रीराम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा का तीसरा दिन था,कल इसी मार्ग से भगवान प्रभु श्रीराम माता सीता और लक्ष्मण जी की मूर्ती को लाया गया जहां पर श्रद्धालूओं की हजारों की संख्या में भीड़ एक झलक पाने के लिये लालाइत दिख रही थीं तो वहीं पर दूसरी तरफ भारी पुलिस बल के साथ कडी़ सुरक्षा में मूर्ति को अयोध्या नगरी ले जाया गया,