उत्तरप्रदेश राज्य के फतेहपुर जिले के रसूखदारों और लेखपाल की तिकड़ी नियम विरुद्ध खनन कर इलाके को खोखला करने में जुटे हैं। परमीशन के नियमों को ताक पर रख अंधाधुंध खनन किया जा रहा है। पहाड़ीपुर के एक किसान ने एसडीएम से मामले की शिकायत की। आरोप है कि उसके निजी खेतों में कई दिनों से दिन रात मिट्टी खोदी जा रही है, विरोध करने पर भी खनन बंद नहीं हुआ। रात दिन दहाड़ रही जेसीबी बिंदकी तहसील के बकेवर थाना क्षेत्र के पहाड़ीपुर गांव निवासी कल्लू पुत्र स्व. मंघू ने एसडीएम को बताया कि उसकी जमीन ग्राम पहाड़ीपुर में है। पांच लोगों के साथ महावीर, पप्पू, गौरी शंकर और छोटे आदि लोगों की जमीन शामिल है। बीते कई दिनों से खनन माफिया ने दिन रात जेसीबी लगाकर जबरन उसके खेतों से मिट्टी खनन करा रहे हैं। नायब तहसीलदार को सौंपी जांच किसान की शिकायत पर एसडीएम ने जांच के लिए नायब तहसीलदार को निर्देशित किया। मामले की जांच के लिए स्थानीय लेखपाल को भी सूचित किया गया। एसडीएम अनिल कुमार यादव ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी । शिकायत सही मिलने पर खनन की अनुमति निरस्त की जाएगी। परमीशन नियमावली की उ़ड़ी धज्जियां डीएम दफ्तर से निर्गत किए जाने वाले सहमति पत्र की शर्तों के बारे में क्रमांक 12 के अनुसार साधारण मिट्टी की निकासी हस्त चालन विधि अधिकतम दो मीटर की गहराई तक ही की जाएगी। माफिया पांच से छह फीट गहराई से मिट्टी की खुदाई करा रहे हैं। परमिशन कहीं का,खनन कहीं और बताते हैं कि मिट्टी खनन के लिए गाटा संख्या 351च, 351छ,गाटा संख्या 353,पर परमीशन ली गई लेकिन खनन कल्लू की भूमि की मिट्टी का किया जा रहा है। जिला अधिकारी द्वारा दी गई परमिशन में मानक विहीन कार्य होने पर बड़ी लापरवाही कैसे? राजस्व विभाग सवालों के घेरे में है। लेखपाल का क्या कहना है मिट्टी खनन में संलिप्तता के आरोपों में लेखपाल ने सफाई दी है। लंखपाल बृजेंद्र प्रसाद सिंह का कहना है कि पीड़ित कल्लू ने जो भी आरोप लगाए है वह निराधार है। जेसीबी या अन्य मशीन द्वारा खनन कर मिट्टी उठाई गई है तो संबंधित ठेकेदार तथा किसान के ऊपर एफआईआर कराई जाएगी।