आग से झुलसे सेना के जवान के शव का अंतिम संस्कार किया गया तो गांव शोक की लहर में डूब गया। हर ओर कमल की शहादत पर गर्व के साथ उनके जबांज जज्बे को सलाम किया गया। मलवां ब्लाक के चक्की गांव के सेना में हवलदार के पद पर कमल सिंह एएससी बटालियन हल्द्वानी में कार्यरत थे। 11 दिसंबर को यूनिट के कुक हाउस में अचानक आग लग गई। अपनी जान की चिंता किये बिना आग से लड़कर फंसे साथियों को बचाने में कमल सिंह 95 फीसदी झुलस गए। 13 दिसम्बर को जीवन की जंग हार गए। इस बलिदान की खबर से गांव मे शोक था। गुरुवार को नायब सूबेदार जेपी सिंह की अगुवाई में दस जवानों की टोली ने बलिदान को गार्ड आफ सलामी देकर अंतिम संस्कार कराया। तीन बहनों व दो भाईयो में बलिदानी कमल सबसे छोटे थे। बड़े भाई लखन सिंह भी कोर सेना में हवलदार हैं। तीन बहने विनोद कुमारी, विमलेश कुमारी, सीमा सिंह है। पत्नी गुड़िया बिलख उठी। दो पुत्रियों का रो-रो कर बुराहाल रहा। गांव में भारत माता की जय, कमल सिंह अमर रहे के जयकारे लगते रहे।