सार्वजनिक इज्जत घर में अव्यवस्थाओं से ग्रामीणों को परेशानी *स्वच्छता का प्रतीक इज्जतघर पर लटक रहा ताला* धाता : भले ही कागजों पर सामुदायिक शौचालयों का संचालन किया जा रहा हो लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांवों में बनाए गए। शौचालयों के निर्माण में लाखों रुपये खर्च किए गए लेकिन इनका गांवों में कोई उपयोग होता नहीं दिख रहा है। गांवों में ऐसे बहुत से परिवार हैं जो घर में शौचालय नहीं बना सकते जिस कारण बाहर खुले में शौच जाना पड़ रहा है।लेकिन सार्वजनिक शौचालयों पर ताला लटकने के कारण लोगों के कदम शौचालयों की ओर नहीं बढ़ रहे हैं।..... धाता विकासखंड के चांदपुर औढेरा ग्राम पंचायत में लाखों रुपए खर्च करके बनाए गए सार्वजनिक इज्जत घर में अव्यवस्थाओं से ग्रामीणों को परेशानी होती है। विगत चार वर्षों पहले बनाए गए सार्वजनिक इज्जत घर में पानी की व्यवस्था न होने से ग्रामीणों को जंगल में जाना पड़ता है। ग्रामीणों का कहना था सार्वजनिक इज्जत घर में हमेशा लटकता रहता है। सुबह-शाम उन्हें जंगल का सहारा लेना पड़ता है। वही सबसे अधिक समस्या ग्रामीणों को तब उठानी पड़ती है। जब कोई मेहमान घर आता है। रमेश, मनोज, लाला, रानू, आदि। ग्रामीणों का कहना था। कई बार ग्राम पंचायत व ब्लॉक मुख्यालय में अधिकारियों से शिकायत की गई। सार्वजनिक इज्जत घर की अव्यवस्था में सुधार नहीं हो सका। ग्रामीणों का कहना था सार्वजनिक इज्जत घर में पानी की टंकी हुआ समरसेबल पंप लगवाने के बाद नियमित इसकी देखभाल नहीं की गई। बाहर व अंदर गंदगी होने से ग्रामीण इसका उपयोग नहीं कर पाते हैं। पानी का प्रबंध न होने से इसकी सफाई तक नहीं हो पाती है। ग्रामीणों ने बताया कि शुरुआती दिनों में सार्वजनिक इज्जत घर में परिषदीय विद्यालय से पानी आता था। सप्लाई बंद होने के बाद ग्राम सभा में पानी का प्रबंध नहीं किया। इससे ग्रामीणों को मुश्किल उठानी पड़ रही है।.......... ग्राम विकास अधिकारी कुलदीप सिंह का कहना था कुछ दिन पहले ही समस्या संज्ञान में आई थी। साफ सफाई के लिए विशेष रूप से निर्देशित किया जाएगा।