युपी फतेहपुर औंग। चार स्थानों पर प्रदूषण विभाग की अनदेखी के कारण बिना फायर विभाग की एनओसी के बिना ही टायर फैक्ट्रियों का संचालन कराया जा रहा था। जिससे उनमें से उठने वाले धुएं से क्षेत्र में फैल रहे जहरीले धुएं से क्षेत्रीय लोगो पर बीमारियों का खतरा मंडरा रहा था। लोगो की समस्याओं को देखते हुए आपके अपने फतेहपुर मोबाइल वाणी’ ने मामले को प्रकाशित किया। खबर प्रकाशन के चंद घंटे बाद ही संचालकों द्वारा फैक्ट्रियों में ताला डालने के साथ ही साक्ष्य मिटाए जाने लगे। क्षेत्र के आशापुर डाकबंगला, बनियन खेड़ा, रामपुर फैक्ट्री एरिया तथा रावतपुर मोड़ पर प्रदूषण विभाग की अनदेखी के चलते टायर फैक्ट्रियों का संचालन कराया जा रहा था। जिसकी खबर का प्रकाशन शुक्रवार को होने के बाद संचालकों ने सभी फैक्ट्रियों में ताला डालकर फैक्ट्री को बंद कर दिया। इतना ही नहीं फैक्ट्री के बाहर फैले टायर जलने से फैलने वाले मलबे को कर्मचारियों द्वारा पानी का छिड़काव कर साफ किया जाता रहा। इससे पूर्व फैक्ट्री से निकलने वाले धुएं से क्षेत्र की आबोहवा में जहर घुलने के चलते लोगो पर गंभीर बीमारियों का खतरा मंडरा रहा था। जिससे क्षेत्रीय लोगो में खासा रोष दिखाई दे रहा था, लेकिन शुक्रवार को शांत पड़ी चिमनियों को देख क्षेत्रीय लोगो ने राहत की सांस ली। फैक्ट्री प्रबधतंत्र द्वारा आसपास सफाई कराने के साथ ही सबमर्सिबल से जमी डस्ट को भी साफ कराया गया। बताते है कि संचालकों द्वारा न तो फायर विभाग से एनओसी ली गई है न ही प्रदूषण विभाग से लाइसेंस। वहीं फायर ब्रिगेड बिंदकी के प्रभारी हरिश्चंद्र यादव ने बताया कि डस्ट टायर फैक्ट्री की नहीं है कुछ दिन पूर्व आग लगी थी उसकी सफाई करवाई जा रही है। जल्द ही अभियान चला कर फैक्ट्री की जांच की जाएगी यदि बिना एनओसी कोई भी फैक्ट्री का संचालन पाया जाता है तो कार्यवाही की जाएगी।