फतेहपुर खागा, । बारात से घर वापस आते समय मार्ग दुर्घटना शिकार हुए बाइक सवार घायल काफी समय तक मौके पर तड़पते रहे। परिजनों समेत रिश्तेदारों आरोप था कि राहगीरों की सूचना के बाद भी एंबुलेंस देर से पहुंची। डाक्टर भी समय से नहीं पहुंचे। समय से इलाज मिलता तो दोनों घायलों जान बच सकती थी। मौत की खबर लगते ही दोनों मृतकों के घर में कोहराम हैं। मौके पर डेढ़ घंटे बाद पहुंची एंबुलेंस रात दो बजे तक्कीपुर कठेरिया गांव के पास सड़क हादसे का शिकार हुए जितेन्द्र सिंह, चन्द्रप्रकाश व शिवकमल गिरकर मार्ग में तड़पते रहे। आसपास के राहगीरों ने घायलों की किसी प्रकार पहचान कर परिजनों समेत एम्बुलेंस को सूचना दी। परिजनों का आरोप है कि डेढ़ घंटे बाद पहुंची एम्बुलेंस तीनों घायलों को लेकर सीएचसी हरदों लेकर आई। वहीं इमरजेंसी में घायलों को इलाज के लिए डॉक्टर का इंतजार करना पड़ा। गमछा से सिर को कसे था युवक परिजनों ने बताया कि इस दौरान आतिशबाज चन्द्रप्रकाश खून रोकने के लिए अपने सिर में बंधे गमछे को बार-बार खोलकर जमीन में फेंक देता रहा है। डॉक्टरों के आने के बाद तीनों घायलों की प्राथमिक चिकित्सा कर उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। इस दौरान काफी समय गुजर गया और इलाज के लिए ले जाते समय रास्ते में जितेन्द्र और चन्द्रप्रकाश समेत दोनों घायलों की सांसे थम गई। इकलौते बेटे की मौत से परिजन सदमें में मृतक चन्द्रप्रकाश उर्फ कल्लू सिंह निवासी अकोढिया अपने घर में इकलौता था। करीब एक वर्ष पूर्व उसके छोटे भाई टुनटुन की अकोढिया गांव स्थित एक नलकूप में चिंगारी से बारूद फटने से एक वृद्धा समेत टुनटुन की मौत हो गई थी जिसके बाद चन्द्रप्रकाश उर्फ कल्लू आतिशबाजी का कारोबार देखने लगा था। गुरुवार को वह अपने ननिहाल सुजानीपुर से आतिशबाजी की बुकिंग लेकर अपने सहयोगी शिवकमल निवासी मेड़ईपुर मजरे सरसई को अपने साथ लेकर गया था।