युपी फतेहपुर,। पशुपालकों द्वारा मवेशियों को छुट्टा छोड़े जाने का खामियाजा राहगीरों को भुगतान पड़ता है। सड़क पर विचरण करने वाले मवेशियों के चलते जहां आवागमन अवरुद्ध होता है वहीं इनके द्वारा किए जाने वाले हमले का भी हर समय भय बना रहता है। नगर पालिका द्वारा विचरण करने वाले मवेशियों को प्रतिदिन कैटल कैचर वाहन द्वारा पकड़वाकर कान्हा गौशाला भेजा जात है। इसके बावजूद अन्ना की आमद कम होने का नाम नहीं ले रही। शहर को अन्ना मवेशियों के मुक्ति दिलाए जाने के लिए प्रतिदिन नगर पालिका के कैटल कैचर वाहन में तैनात कर्मचारियों द्वारा सड़क पर आवारा घूमने वाले मवेशियों को पकड़ा जाता है। लेकिन पशुपालकों द्वारा छोड़े जाने के कारण जहां मवेशी कूड़े में अपना जीवन तलाश करते दिखाई देते है वहीं पॉलीथीन को निवाला बनाए जाने के कारण मवेशियों पर बीमारियों का खतरा भी मंडराता रहता है। नगर पालिका के एसआई राकेश कुमार गौड़ ने बताया कि प्रतिमाह करीब एक सैकड़ा के करीब मवेशियों को कान्हा गौशाला पहुंचाया जाता है। इस दौरान सांड को पकड़ने में अधिक समय लगने के साथ कर्मचारी चुटहिल भी हो जाते है। बताया कि यदि वाहन के माध्यम से यदि कोई पालतू मवेशी लाया जाता है।