युपी फतेहपुर खागा,। ऐरायां ब्लॉक के ऐराया सादात गांव के मजरे डांडीपर के बच्चे की तीन दिन पहले प्रयागराज में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। मौत के बाद खसरा होने की शंका पर हरदों सीएचसी की राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम ने शनिवार बच्चे के घर जाकर जांच की। जांच के बाद स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि बच्चे की मौत खसरे के कारण नहीं शरीर में संक्रमण के कारण हुई थी। डांडीपर मजरे ऐरायां सादात के निवासी राकेश कुमार के सवा साल के पुत्र अंश को करीब एक सप्ताह पहले बुखार आया था। परिजन बच्चे को फतेहपुर के एक अस्पताल में ले गए थे। वहां तीन दिन इलाज के बाद बच्चे को रेफर कर दिया गया। इसके बाद परिजन बच्चे को प्रयागराज ले गए। वहां चंद घंटे इलाज के बाद तीन दिन पहले बच्चे की मौत हो गई। बच्चे के बाबा रमेश ने बताया कि फतेहपुर व प्रयागराज में इलाज के बावजूद बच्चा नहीं बच सका। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने किया दावा शनिवार को राकेश कुमार के घर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने परिजनों से बच्चे की बीमारी एवं अन्य तथ्यों के बारे में पूछताछ की। आरबीएसके के डॉ जफर सिद्दीकी, डॉ पुष्पेन्द्र सिंह, क्षेत्रीय एएनएम व आशा बहू ने परिजनों से जानकारियां एकत्र कीं। पता चला कि बच्चे का टीएलसी काउण्ट 33 हजार था। परिवार एवं आसपास बुखार व खसरे के लक्षण वाले कोई मरीज नहीं मिले। हरदों सीएचसी अधीक्षक डॉ मनीष शुक्ल कहते हैं कि प्रकरण की जांच कराई गई है। बच्चे की मृत्यु खसरे से नहीं बल्कि संक्रमण के कारण हुई है।