युपी फतेहपुर, इक्कीस माह से जिला अस्पताल में चल रही डायलिसिस यूनिट में पाइप लाइन से आक्सीजन सप्लाई के इंतजाम मुक्मल नहीं हो पाए। दावे हजार हुए लेकिन डायलिसिस के लिए बाजार से सिलेंडर लाना मरीजों की मजबूरी बना हुआ है। विभाग सफाई तो देता है कि सिलेंडर के लिए मरीजों को रुपए खर्च नहीं करने पड़ते लेकिन सच्चाई इससे उलट है। साल 2020 में जिला अस्पताल में डायलिसिस यूनिट को स्वीकृति मिली थी। दो साल लग गए यूनिट को शुरू करने में फरवरी 2022 में तत्कालीन डीएम अपूर्वा दुबे ने यूनिट शुरू कराई। अस्थाई रूप से शुरू हुई यूनिट में पहले तीन बेड की व्यवस्था थी। कुछ दिनों बाद दो बेड बढ़ गए थे। पांच बेड की यूनिट संचालित है। दस बेड की यूनिट तैयार जिला अस्पताल में दस बेड की स्थाई डायलिसिस यूनिट की बिल्डिंग बनकर तैयार हो गई है। बताया जा रहा है कि दिसंबर के पहले हफ्ते में यूनिट शुरू हो जाएगी, लेकिन यहां भी अभी पाइप लाइन से आक्सीजन सप्लाई के लिए इंतजार करना पड़ेगा। क्योंकि अभी पाइप लाइन की प्रक्रिया शुरू ही नहीं हो पाई है। काम शुरू होकर खत्म होने में महीनों लग सकते हैं। लंबी चलती है वेटिंग वर्तमान में डायलिसिस यूनिट में पांच बेड की ही व्यवस्था है। प्रयागराज की एक संस्था इसका संचालन कर रही है। मरीजों को पहले पंजीयन कराना पड़ता है। बेड कम और मरीज अधिक होने के चलते पंजीयन कराने के बाद मरीजों को अपनी बारी के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है। यूनिट प्रभारी ने बताया कि नंबर आने के बाद मरीजों को फोन करके बुलाया जाता है। -डॉ. पीके सिंह, सीएमएस का कहना है कि स्थाई डायलिसिस यूनिट बनकर तैयार हो गई है। आक्सीजन पाइप लाइन के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो गई है। जल्द पाइप लाइन से आक्सीजन की सप्लाई शुरू होगी।