रिश्तेदारों के नाम अनुबंधित कराई बसें   युपी फतेहपुर। निजी स्वार्थवश रोडवेज के एक कर्मचारी द्वारा निगम के राजस्व को चूना लगाया जा रहा है। रिश्तेदारों के नाम पर अनुबंधित कराई जाने वाली बसों का संचालन रोडवेज के परमिट वाले मार्गों पर बेरोकटोक कराकर राजस्व को चूना लगाने का काम किया जा रहा है। आरोप है कि परिचालक पद के अभ्यर्थियों से उन्होंने डिमांड की थी। एक कर्मचारी ने शिकायत प्रबंध निदेशक लखनऊ से की है। रोडवेज के नियमित चालक सर्वेश कुमार यादव ने आरोप लगाया कि डिपो के वरिष्ठ लिपिक तथा पूर्व में टीआई के पद पर तैनात रहे कर्मचारी द्वारा रिश्तेदारों के नाम पर तीन निजी बसों का अनुबंध कराया गया है। पूर्व में एक बस कोट-बलवनपुर मार्ग पर संचालित होती थी। जिसे कोर्ट के आदेशों पर बंद कराया गया। वर्तमान में कानपुर मार्ग पर संचालित कराई जा रही है। वहीं निगम के परमिट वाले मार्ग चित्रकूट पर जबरन दो बसों का संचालन कराया जा रहा है। निगम की आय प्रभावित हो रही है। बताया कि बीते दिनों बसस्टाप पर ड्यूटी के दौरान उनके द्वारा निगम की बसों से यात्रियों को उतारकर अनुबंधित बसों में बैठाया जा रहा था। इस बात का विरोध किया गया तो जान से मारने की धमकी दी गई। प्रधान प्रबंधक परिवहन विभाग मुख्यालय लखनऊ मनोज कुमार का हना है कि जानकारी नहीं है यदि प्रबंध निदेशक से मामले की शिकायत की गई है तो कमेटी बनाकर जांच प्रबंध निदेशक द्वारा कराइर जा रही होगी। आरोप सिद्ध होते है तो कार्यवाही भी की जाएगी।