मानक के विपरीत बन रही सड़क का दुकानदारों ने किया विरोध धाता से महेवाघाट मार्ग के चौड़ीकरण में गांव के अंदर बढ़ाई जा रही सड़क को लेकर अढौली गांव में दुकानदारों ने मेठ से मानक पूछे जाने पर उसके जवाब से असंतुष्ट लोगों ने नाराजगी जाहिर की लोगों ने कहा की सड़क में घटिया सामग्री और सरिया कम लगाई जा रही है। मेठ के यह कहने पर के हर गांव का मानक अलग-अलग है ऐसा विभाग द्वारा निर्देश दिया है। धाता से हिनौता मार्ग में हो रहे चौड़ीकरण के चलते सोनारी अढौली बाजार एवं बम्हरौली गांव में पिछली बार इस सड़क को दोनों और एक एक मीटर चौड़ाई बढ़ा कर सड़क को चौड़ाई तीन मीटर से पांच मीटर किया गया था। अब पुनः इसकी चौड़ाई दोनों और एक एक मीटर बढ़ाकर 7 मीटर किया जा रहा है।उस समय सीसी रोड बनाई गई थी जिन तीन गांव में सीसी रोड बनाई गई थी इस बार वहां चौड़ाई बढ़ाने के लिए सीसी रोड ही बनाई जा रही है। इस समय अढौली में रोड के एक साइड एक मीटर चौड़ाई में सीसी रोड ढाली जा रही है। जिसमें मानक का ख्याल न रखते हुए रोड में एक मीटर की बजाय1.3 मीटर की दूरी पर तथा एक मीटर चौड़ाई के स्थान पर सवा फुट की एक सरिया डाले जाने को लेकर अजय सिंह बबलू, रिंकू सिंह, पूर्व प्रधान पप्पू सिंह सहित क्षेत्रीय दुकानदारों ने इसका विरोध किया तो वहां उपस्थित ठेकेदार के मेट,जिसने अपना नाम आशीष कुमार तथा अपना निवास जनपद आगरा बताया ,ने कहा कि सरिया लगाने का मानक 1 मीटर है लेकिन जल्दी-जल्दी में 1.3 मीटर पर सरिया लग गई है। जब अजय सिंह बबलू ने कहा कि कल शाम आपने कुछ एक स्थान पर सरिया नहीं डाला तो मेट कहने लगा कि कल ट्रैक्टर से चलने वाली मोटर खराब थी इसलिए सरिया नहीं लगाई जा सकी। इतनी बेशर्मी के बाद भी सरिया की लंबाई जहां 1 मी यानी की पूरी ढलाई पर होनी चाहिए वहां सिर्फ सवा फुट की सरिया लगाई गई है जिसमें यदि 3 इंच सरिया सड़क के होल में घुस जाती है तो 1 फुट बचता है शेष 2 फुट में सरिया का नामोनिशान नहीं है। वहां उपस्थित लोगों ने सोनरी गांव का हवाला देते हुए कहा कि वहां तो 1 मीटर की दूरी पर एक मीटर की बड़ी सरिया लगाई गई थी तो उसने कहा कि वहां का मानक अलग था और इस गांव का मानक अलग है जब कारण पूछा गया तो मेट आशीष कुमार ने बताया कि ऐसा ही विभाग का आदेश है क्षेत्रीय संवाददाता ने जब उससे पूछा की विभाग का आदेश किस तरह से है तो उसने बताया कि कल अवर अभियंता आए थे और सब देख गए हैं उन्होंने कुछ भी नहीं कहा। जब मेट से संवाददाता ने और अवर अभियंता का नाम और मोबाइल नंबर पूछा तो उन्होंने कहा कि इस विषय में मैं कुछ भी नहीं जानता हूं। स्पष्ट है कि काम पर रखे गए लोगों को यदि अपने अधिकारियों तथा आकाओं का नंबर और नाम नहीं पता तो काम कैसे करते होंगे और किसी जानकारी को लेने के लिए क्या करते होंगे। स्पष्ट है मेट जानबूझकर अधिकारी व ठेकेदार का नाम व मोबाइल नंबर नहीं बताना चाहता। वहां उपस्थित लोगों ने कहा कि तीसरे गांव यानी बम्हरौली तक जाते कर जाते सरिया का मानक खत्म भी हो सकता है।तो मेट ने कहा कि जैसा विभाग का निर्देश होगा। यह घोर लापरवाही और मानक के विपरीत काम कर कर अधिक से अधिक सरकारी धन का दुरुपयोग किया जाना साबित होता है। लोगों जनपद के आला अधिकारीयों से मांग की है कि मामले को संज्ञान में लेकर इसकी जांच कराई जाए।