जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति बदहाल है। धात्री व गर्भवती माता को भी पर्याप्त मात्रा में पोषाहार नहीं मिल पा रहा है। इसके अलावा हाल ही में शासन की ओर से प्रारंभ की गई गर्म भोजन की व्यवस्था में भी लापरवाही सामने आ रही है।
तहसील बलिया के उपजिलाधिकारी आत्रेय मिश्रा ने वरासत संबंधी मामले में लेटलतीफी में एक लेखपाल को निलंबित किया है। वहीं, डीएम रविंद्र कुमार ने सभी उप जिलाधिकारियों से कहा कि किसी भी हाल में वरासत संबंधित प्रकरण लंबित नहीं होने चाहिए। सभी का निस्तारण तय समय सीमा के अंदर होना चाहिए। पूजा पुत्री स्व. हरिलाल निवासी नूरपुर तहसील बलिया ने 10 जनवरी को प्रार्थना पत्र देकर शिकायत की थी कि नूरपुर में उनकी माता की मौत के बाद आवेदन करने पर भी हल्का लेखपाल ने वरासत की कार्यवाही नहीं की। गलत रिपोर्ट लगाकर आवेदन पत्र निस्तारित करा दिया। मामले की जांच राजस्व निरीक्षक हल्दी से कराई गई। इसमें बताया गया कि नूरपुर में एक भूमि पर रमुना देवी पुत्री विश्वनाथ का नाम दर्ज है। रमना देवी की मौत के बाद वरासत के लिए आनलाइन आवेदन किया गया। हल्का लेखपाल ने न ही वरासत की, न ही विवादित प्रकरण हल कराया। इसके कारण वरासत का प्रकरण लंबित रह गया। क्षेत्रीय लेखपाल शिवशंकर उपाध्याय-नूरपुर ने आवेदिका के आवेदन को बिना कारण लम्बित रखा। ये घोर लापरवाही है।
गौरव से जाने सामान्य ज्ञान के सवाल
उत्तर प्रदेश राज्य के बलिआ जिले से कक्षा 7 के छात्र मनीष कुमार ने मोबाइल वाणी के माध्यम से खूबसूरत कविता सुनाया ।
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हंसने-हंसाने से इंसान खुश रहता है, जिससे मानसिक तनाव, चिंता और डिप्रेशन कम होता है। दोस्तों, उत्तम स्वास्थ्य के लिए हंसी-मज़ाक बहुत ज़रूरी है। इसीलिए मोबाइल वाणी आपके लिए लेकर आया है कुछ मजेदार चुटकुले, जिन्हें सुनकर आप अपनी हंसी रोक नहीं पाएंगे.. हो जाइए तैयार।
बलिया में पुस्तक का विमोचन किया गया।
आपदाओं से बचने के लिए जान जागरूक प्रशिक्षण दिया जाएगा
प्राथमिक चिकित्सा और ब्लॉक कार्यालय का निरीक्षण किया , जिसके दौरान उन्होंने लापरवाही की शिकायत मिलने पर फार्मासिस्ट और प्रभारी अधीक्षक को निलंबित कर दिया ।
बलिया जिले के पांच ब्लाकों के 41 ग्राम पंचायत ओडीएफ घोषित हुए हैं।
