जन्म से आठ साल की उम्र तक का समय बच्चों के विकास के लिए बहुत खास है। माता-पिता के रूप में जहाँ हम परवरिश की खूबियाँ सीखते हैं, वहीँ इन खूबियों का इस्तेमाल करके हम अपने बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा दे सकते है। आप अपने बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ाने और उन्हें सीखाने के लिए क्या-क्या तरीके अपनाते है? इस बारे में 'बचपन मनाओ-बढ़ते जाओ' कार्यक्रम सुन रहे दूसरे साथियों को भी जानकारी दें। अपनी बात रिकॉर्ड करने के लिए फोन में दबाएं नंबर 3.
जन्म से आठ साल की उम्र तक का समय बच्चों के विकास के लिए बहुत खास है। माता-पिता के रूप में जहाँ हम परवरिश की खूबियाँ सीखते हैं, वहीँ इन खूबियों का इस्तेमाल करके हम अपने बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा दे सकते है। आप अपने बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ाने और उन्हें सीखाने के लिए क्या-क्या तरीके अपनाते है? इस बारे में 'बचपन मनाओ-बढ़ते जाओ' कार्यक्रम सुन रहे दूसरे साथियों को भी जानकारी दें। अपनी बात रिकॉर्ड करने के लिए फोन में दबाएं नंबर 3.
दोस्तों, हंसने-हंसाने से इंसान खुश रहता है, जिससे मानसिक तनाव, चिंता और डिप्रेशन कम होता है। उत्तम स्वास्थ्य के लिए हंसी-मज़ाक बहुत ज़रूरी है। इसीलिए मोबाइल वाणी आपके लिए लेकर आया है कुछ मजेदार चुटकुले, जिन्हें सुनकर आप अपनी हंसी रोक नहीं पाएंगे।अगर आपके पास भी है कोई मज़ेदार चुटकुला, तो रिकॉर्ड करें मोबाइल वाणी पर, फ़ोन में नंबर 3 का बटन दबाकर और जीतें आकर्षक इनाम।
क्रिकेट प्रतियोगिता ए खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त करती है यह बिचार डाक्टर फूल कली गुप्ता सहित कई लोगों ने ब्यक्त किया
अवधी साहित्य संस्थान अमेठी नेअवधी भाषा के विकास के लिए गोष्ठी का आयोजन किया
ब्राम्हण राष्ट्रीय एकता महासम्मेलन में अयोध्या के महापौर ने विश्व वन्धुत्व भाईचारे का सन्देश दिया
"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा ग्रीष्मकालीन भिंडी की खेती कैसे करे सम्बंधित जानकारी दे रहे हैं । विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें...
*अमेठी, 25फरवरी, 2024:-* प्रोजेक्ट अमृत के अंतर्गत ‘स्वच्छ जल, स्वच्छ मन’ परियोजना के दूसरे चरण का आयोजन आज दिनांक 25 फरवरी, 2024, दिन रविवार को प्रातः 08:00 बजे से 12बजे तक मां कालिकन धाम स्थित सगरा के किनारे निरंकारी श्रद्धालुओं द्वारा सफाई अभियान चलाया गया जिसके अंतर्गत सगरा में पड़े पड़े कूड़े कचरे को साफ़ किया और सगरा को पालीथिन मुक्त कर "स्वच्छ जल स्वच्छ मन" का संदेश देते हुए जल संचय के प्रति लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया । संत निरंकारी मण्डल के जनपद अमेठी के संयोजक श्री राजेंद्र रावत जी ने बताया कि ‘स्वच्छ जल, स्वच्छ मन’ के आदर्श वाक्य से प्रेरणा लेते हुए यह परियोजना दिल्ली से सतगुरू माता सुदीक्षl जी महाराज एवं निरंकारी राजपिता रमित जी के पावन सानिध्य में यमुना छठ घाट से आई.टी.ओ. से आज समूचे भारतवर्ष के लगभग 1500 से भी अधिक स्थानों के 900 शहरों के 27 राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों में एक साथ आयोजित की गई ।इस अभियान का मुख्य उद्देश्य जल निकायों को संरक्षित करने के विकल्पों के विषय में जनमानस को जागृत करना है ताकि आने वाली पीढ़ियों को एक स्वस्थ भविष्य दिया जा सके। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अमेठी जनपद की निरंकारी मिशन की शाखा करौंदी , परसावा, शाहगढ़, एवं गौरीगंज के संत निरंकारी मिशन के सैंकड़ों निरंकारी सेवादल एवं श्रद्धालु भक्तों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया । ज्ञात हो कि बाबा हरदेव सिंह जी महाराज की प्रेरणात्मक शिक्षाओं का अनुसरण करते हुए संत निरंकारी मिशन द्वारा स्वच्छता अभियान के उपलक्ष्य में संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से ‘प्रोजेक्ट अमृत’ का आरम्भ वर्ष 2023 में किया था। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य जल निकायों का संरक्षण, उनकी स्वच्छता एवं स्थानीय जनता के बीच ‘जागरूकता अभियान’ के माध्यम से उन्हें प्रोत्साहित करना है। इस परियोजना के अंतर्गत संपूर्ण भारतवर्ष के विभिन्न स्थानों के समुद्री तटों, नदियों, झीलों, तालाबों, कुओं, झरनों इत्यादि जैसे जल निकायों की स्वच्छता पर ध्यान केन्द्रित किया गया और उन स्थलों की सफाई भी की गई। पर्यावरण संरक्षण हेतु चलाये गये इस परियोजना की समाज के हर वर्ग द्वारा प्रशंसा एवं सराहना की गई और यह कार्यक्रम पूर्णतः सफल रहा। दिल्ली में इस अभियान को ‘आओ सवारें, यमुना किनारे’ के नारे द्वारा विस्तृत किया जा रहा है जिसमें निरंकारी मिशन के युवागण, दिल्ली, इंद्रप्रस्थ एवं जे एन यू विश्वविद्यालय के विभिन्न कॉलेज संस्थानों में जाकर जल संरक्षण पर गीतों की प्रस्तुति, जल जनित रोगों के प्रति जागरूकता को ग्रुप सांग, सेमिनार एवं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से जनमानस को जागृत एवं प्रोत्साहित भी किया गया। संत निरंकारी मिशन सामाजिक एवं कल्याणकारी गतिविधियों में निरंतर अपनी सक्रिय भूमिका निभाते हुए वृक्षारोपण, रक्तदान शिविर, स्वच्छता अभियान, तलासरी बांध परियोजना, वननेस वन, पर्यावरणीय मुद्दों के विषय में जागरूकता इत्यादि जैसी योजनाओं को क्रियान्वित रूप में संचालित कर रहा है। निसंदेह निरंकारी मिशन की ऐसी कल्याणकारी योजनाएं पर्यावरण संरक्षण एवं धरती को सुंदर बनाने हेतु एक प्रशंसनीय एवं सराहनीय कदम है जिस पर चलकर धरती को और अधिक स्वच्छ, निर्मल एवं सुंदर बनाया जा सकता है। मो0 8318171209
बाल विवाह समाज के लिए अभिशाप है हमें बाल विवाह नहीं करना चाहिए इस पर पूर्व मुख्य चिकित्साधिकारी डाक्टर उमाकांत पाण्डेय के विचार
मां कालिका धाम में सन्त निरंकारी मिशन के स्वयं सेवकों ने सफाई अभियान चलाया सैकड़ों स्वयं सेवको ने मां कालिका धाम में स्थित सूर्य कुंड में सफाई किया