बिहार राज्य के भोजपुर ज़िला से हमारे श्रोता मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि जल संचय श्रोतों का निर्माण कर के जल को बचाया जा सकता है। तालाब ,कुआँ ,गड्ढों का निर्माण कर वर्षा के जल को उसमें पानी संचय किया जा सकता है। गाँव के लोगों को वर्षा जल संचयन को लेकर जागरूक करना होगा ताकि वो भी जल बचाने के लिए गड्ढों का निर्माण करें। ऐसा करने से यह होगा कि अगर भविष्य में कभी जल संकट की स्थिति बनती है तो संचयन किये हुए जल को उपयोग में लाया जा सकता है।