बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से मोबाइल वाणी संवाददातासलोनी कुमारी ने बताया कि इन दिनों ये सबसे अधिक कमजोर महिलाओं के साथ काम कर रही हैं ,क्योंकि केंद्रों से आने वाले पराली जल कर्मचारियों के दफ्तर में एक रिश्ता विकसित कर लिया है। इससे समय बचता है और ये एक दिन में ज्यादा लोगों की मदद कर पाती हैं। आज भी सरकारी कर्मचारी के साथ काम करना बहुत मुश्किल है। वे कई तरह के भने बनाते हैं.जैसे आज हमारे पास फार्म नही है, कभी कहते हैं मुहर नहीं है,इत्यादि। इन रवैयों से पूरी प्रक्रिया लम्बी हो जाती है और औरतों को भूमि का अधिकार मिलने में देरी हो जाती है। भूमि अधिकार प्रकिया में जैसे-जैसे समय गुजरता है महिलाएं टूट जाती हैं और भूमि अधिकार नही लेने का विचार करती है। लेकिन महिलाओं को भूमि हक़ दिलाने में सलोनी कोई कसर नही छोड़ेंगी और उन्हें जागरूक भी करेंगी। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।