बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता सलोनी कुमारी जानकारी दे रही हैं कि भूमि स्वामित्व, महिला सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। लेकिन भारत में महिलाओं की भूमि-हीनता उन्हें कई तरह से कमजोर बना रहा है। एक महिला की पहचान उभर कर तब ही आती है, जब वो भूमि पर अपना स्वामित्व रखती है। गांव के लोग उसे हर मामले में शामिल करते हैं। अगर महिला के पास भूमि है, तो वह अपनी मर्जी से उस पर खेती कर या उसका इस्तेमाल कर अपने बच्चे को पढ़ा सकती है। महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो कर आवाज उठानी जरुरी है