बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला से सलोनी कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि भूमि अधिकार से जुड़ी कुछ ऐसी समाज में समस्याएं हैं जो बहुत पहले से चलते आ रहे हैं। मगर जब मुझे पता चला भूमि अधिकार जैसे मामलों में काम करने वाले लोगों की जरुरत है तो मैंने मैंने तुरंत इस पद के लिए काम करना शुरू कर दिया। इनके दादाजी के देहांत के बाद दादी को अपनी संपत्ति के कागजात प्राप्त करने में बहुत परेशानी हुई थी,इसलिए इन्होने विधवा महिलाओं की सहायता करने का निर्णय लिया। हमारे समाज में विधवाओं को अक्सर अपनी संपत्ति से वंचित किया जाता है क्योंकि उनके पास अपने अधिकारों को साबित करने के लिए कोई ठोस कागज या सबूत नहीं होता है। संपत्ति में अधिकार मिलने से विधवा महिलाओं को अपने बच्चों के भरण-पोषण और शिक्षा में आसानी हो जाती है तथा उन्हें कई तरह के सरकारी लाभ भी मिलते हैं। सलोनी अधिकांश महिलाओं को भूमि अधिकार दिलाने के लिए काम करना शुरू कर दिया है। हर महिला को भूमि अधिकार मिल जाना चाहिए। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।