मोबाइल वाणी के माध्यम से औरंगाबाद राज्य के सिंधी कोटि बारी से काजल कुमारी ने बताया कि प्रदूषक उस तत्व को कहा जाता है जो अवांछनीय रूप में चीजों के उपयोग से उत्पन्न होता है । दूसरे शब्दों में यह कहा जा सकता है कि मानव उपयोग के अपशिष्ट पदार्थ जैसे कचरा , अपशिष्ट रसायन , धुआं , धूल आदि को प्रदूषक कहा जाता है , जिसका प्रभाव पर्यावरणीय क्षरण और औद्योगिक देशों में प्रदूषणकारी पदार्थों का उत्पादन है । अधिकांश कुछ प्रमुख प्रदूषण निम्न प्रकार है अवक्षेपित पदार्थ, गैस, रासायनिक, धातु, कीटनाशक, रेडियोधर्मी पदार्थ,, उर्वरक है । प्रदूषण के स्रोत मुख्य रूप से तीन हैंः पहला प्राकृतिक स्रोत , दूसरा मानव स्रोत , तीसरा मानव - प्राकृतिक मिश्रण ।