हर साल 5 जून का दिन दुनियाभर में विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में मनाया जाता है। वर्ष 1972 में पर्यावरण के प्रति वैश्विक स्तर पर राजनीतिक और सामाजिक जागृति लाने हेतु इस दिवस को मनाने की घोषणा संयुक्त राष्ट्र ने की थी। प्रकृति को प्रदूषण से बचाने के लिए पर्यावरण दिवस को मनाया जाता है. इस दिन लोगों को प्रकृति के प्रति जागरूक किया जाता है और प्रदूषित होने से बचाने के लिए प्रेरित किया जाता है.हर वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस के लिए एक अलग थीम निर्धारित की जाती है। इस वर्ष (2024) विश्व पर्यावरण दिवस की थीम है, "भूमि पुनर्स्थापन, मरुस्थलीकरण, और सूखा लचीलापन।" यह स्वस्थ भूमि को वापस लाने,और पानी की कमी का प्रबंधन करने से जुड़ा है ।
दोस्तों , सूरज की तपन बढ़ रही है और प्यास है कि खत्म होने का नाम नहीं लेती! हमें बताएं कि आपके क्षेत्र में पीने के पानी का साधन क्या है? क्या आप प्राकृतिक स्त्रोतों, जैसे कुएं, तालाब, पोखर से पानी लाते हैं? अगर आपके क्षेत्र में पानी के प्राकृतिक स्त्रोत नहीं हैं तो क्या पानी के लिए बोरवेल लगवाया है? या फिर पानी की सप्लाई हो रही है? क्या आपको पानी खरीद कर पीना पड़ रहा है? अगर ऐसा है तो इससे आपके लिए कितना आर्थिक खर्च बढ़ गया है? क्या पंचायत या नगर पालिका क्षेत्र के प्राकृतिक पानी के स्त्रोतों को बचाने का काम नहीं कर रही है? क्या आपमें से कोई व्यक्ति ऐसा है, जो पानी के स्त्रोतों को बचाने की कोशिश कर रहा है? अगर है तो उनके प्रयासों के बारे में बताएं. अपनी बात रिकॉर्ड करने के लिए फोन में अभी दबाएं नम्बर 3.
सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...
"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा किसान भाइयों को ककड़ी की अच्छी फसल के लिए इथ्रल का प्रयोग करने की जानकारी दे रहे हैं । अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें
मध्यप्रदेश राज्य के जिला सेओनी से अनिल , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि कृषि वैज्ञानिकों ने एक प्रगतिशील किसान शिवराम सनुडिया के खेत का दौरा किया, जिन्होंने तकनीकी मार्गदर्शन और सलाह के साथ लगातार उत्कृष्ट खेती की। यात्रा के दौरान कृषि वैज्ञानिक केंद्र के प्रमुख डॉ. शेखर सिंह बघेल ने दौरा किया। वैज्ञानिक डॉ. के. देशमुख बागवानी विशेषज्ञ वैज्ञानिक डॉ. एन. के. सिंह और इंजीनियर कुमार सोनी ने गाँव सिमरिया हटनापुर के राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर विभिन्न कृषि नवाचारों और कार्यों में सुधार किया। खेती के लिए पुरस्कार प्राप्त करने वाले और अन्य किसानों के लिए प्रेरणा के स्रोत के रूप में कार्य करने वाले शिवराम सनोदिया के क्षेत्र में समय-अनुकूल खेती के बारे में तकनीकी सलाह और जानकारी प्रदान की गई। ग्रीष्मकालीन मूंग की खेती के साथ-साथ सब्जी श्रेणी की फसलों में करेला की खेती के तहत क्षेत्र में खरबूजे की खेती और भविष्य की तैयारी के लिए फूलगोभी और पत्तागोभी की खेती के लिए तकनीकी मार्गदर्शन।
मध्यप्रदेश राज्य के जिला सेओनी से अनिल , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि रक्तदान शिविर का हुआ आयोजन
"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विशेषज्ञ अशोक झा जैविक खेती में यांत्रिक विधि से कीट एवं रोग नियंत्रण का अलग अलग पद्धति के बारे में जानकारी दे रहे हैं। इसकी पूरी जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.
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मध्यप्रदेश राज्य के जिला सेओनी से अनिल , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि ट्रैफिक नियमों के उलंघन पर लगेगा जुर्माना। सख्ती से होगा लागु।
मध्यप्रदेश राज्य के जिला सेओनी से अनिल , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि पुलिस चौकी ने गुरुवार की रात बेलपेट गांव के खनिज और राजस्व विभाग के रेत माफियाओं पर कार्रवाई करते हुए हलाल घाट पर पोकलैंड मशीनों और ट्रैक्टरों के खनन रेत पर नकेल कसी।