बैतूल। विधायक हेमंत खंडेलवाल किसी भी जरूरत मंद की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहते है। उनकी दरियादिली का ऐसा ही मामला राम नगर में सामने आया। जहां एक वृद्ध के युवा हम्माल पुत्र की मृत्यु हो जाने पर तेरहवीं आदि कार्यक्रम के लिए सूचना मिलते ही आर्थिक मदद उपलब्ध करवाई। बताया गया कि राम नगर निवासी 72 वर्षीय भंगी किरोदे के 25 वर्षीय पुत्र सोनू किरोदे की बीमारी की वजह से मृत्यु हो गई। दोनो पिता पुत्र के अलावा कोई अन्य पारिवारिक सदस्य नही है। ऐसे में अंतेष्ठि के बाद अन्य सामाजिक कार्यक्रम के लिए उक्त वृद्ध पिता ने वैष्णव मंदिर महिला मंडल से संपर्क किया। मंडल के सदस्यों ने उनकी मदद के लिए गंज मंडल अध्यक्ष विकास मिश्रा से संपर्क किया। विकास मिश्रा ने पूरे मामले से विधायक हेमंत खंडेलवाल को अवगत कराया। पूरे मामले को जानने के बाद हेमंत खंडेलवाल ने अपनी संवेदना जाहिर करने के साथ ही आर्थिक मदद की। समाज के गरीब और जरूरतमंद व्यक्ति की त्वरित मदद करने पर नव निर्वाचित विधायक खंडेलवाल का मांझी समाज ने आभार माना।

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एक्सपोर्ट होंगे सागौन की लकड़ी के उत्पाद फ्रांस इटली तथा स्वीडन है मार्केट बैतूल भोपाल राजमार्ग , गडकरी लेंगे संज्ञान बैतूल। राष्ट्रीय इस्पात निगम के स्वतंत्र निदेशक सीए सुनील हिरानी की दिल्ली से नागपुर यात्रा के दौरान केंद्रीय कैबिनेट मंत्री नितिन गडकरी से हुई मुलाकात के दौरान बैतूल के सर्वांगीण विकास को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। हिरानी ने बताया की ओ डीओपी "वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट " के लिए बैतूल की सागौन की लकड़ी से बनने वाले उत्पादों के लिए फ्रांस , स्वीडन तथा इटली जैसे देशों में एक्सपोर्ट के लिए कई रास्ते खुलेंगे। इस संबंध में गडकरी ने विस्तृत चर्चा हेतु उद्यमियों के साथ सुनील हिरानी को आमंत्रित किया है तथा पूर्ण मार्गदर्शन तथा सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया है। इस दौरान उन्होंने बैतूल भोपाल राष्ट्रीय राजमार्ग में होने वाली देरी के लिए उक्त कार्य का संज्ञान लेने का भी आश्वासन दिया। बैतूल जिले को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के साथ ग्लोबल सेंटर फॉर ट्राइबल कल्चर बनाने की दिशा में हिरानी ने एक अत्यंत दूरगामी एवं महत्वाकांक्षी परियोजना पर गडकरी से चर्चा करते हुए उन्हें बताया कि बैतूल भारतवर्ष का केंद्र बिंदु है तथा इसे विश्व की समस्त जनजातियों की सांस्कृतिक राजधानी बनाया जा सकता है जिससे सनातन के " वसुधैव कुटुंबकम् " के सूत्र का प्रतिपादन होगा, लोककला के अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना से बैतूल ही नही मध्यप्रदेश का सर्वांगीण विकास होगा तथा विश्वगुरु बनने की दिशा में यह भारत के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा।