मोबाइल वाणी आपके लिए लेकर आया है रोजगार समाचार। यह नौकरी उन लोगों के लिए है जो बिहार पंचायत राज विभाग द्वारा निकाली गयी लेखपाल – आईटी सहायक के 6,570 पदों पर कार्य करने के लिए इच्छुक है । साथ ही बिहार पंचायती राज विभाग में 4,270 पद पुरुष उम्मीदवारों और 2,300 पद महिला उम्मीदवारों के लिए आरक्षित किए गए हैं। इन पदों पर वेतनमान 20,000 रुपये प्रतिमाह दिया जाएगा । इन पदों के लिए वैसे उम्मीदवार आवेदन कर सकते है, जिन्होंने किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से 10वीं, 12वीं उत्तीर्ण / स्नातक डिग्री या समकक्ष योग्यता आवेदन करने वाले उम्मीदवार के पास कक्षा 10वीं, 12वीं उत्तीर्ण परीक्षा की अंकसूची ,स्नातक डिग्री ,समकक्ष योग्यता प्रमाण पत्र,आधार कार्ड,सक्षम अधिकारी द्वारा जारी स्थायी जाति / जाति सत्यापन प्रमाण पत्र,राज्य स्तर का मूल निवास प्रमाण पत्र,समेत अन्य आवश्यक दस्तावेजों की जरूरत होगी। इन पदों पर आवेदन करने के लिए आयु सीमा 18 -35 वर्ष रखी गई है , आयु में छूट मानदंडों के अनुसार दिया जाएगा । साथ ही आवेदनकर्ताओं का चयन लिखित परीक्षा ,दस्तावेज़ सत्यापन एवं साक्षात्कार पर आधारित होगा।इन पदों पर आवेदन करने के लिए आवेदन शुल्क बिल्कुल निशुल्क है।यदि आप के पास मांगी गयी सारी योग्यताएं है तो आप अपना आवेदन आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप इस वेबसाइट पर जा सकते हैं वेबसाइट है। state.bihar.gov.in .याद रखिये आवेदन करने की अंतिम तिथि 14 मई 2024 रखी गयी है। तो साथियों अगर आपको यह जानकारी लाभदायक लगी तो मोबाइल वाणी एप्प पर लाइक बटन दबाये साथ ही फ़ोन पर सुनने वाले श्रोता 5 दबाकर इसे पसंद कर सकते है। नंबर 5 दबाकर यह जानकारी आप अपने दोस्तों के साथ बाँट भी सकते हैं।

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिलदेव शर्मा असली डीएपी की पहचान करने के बारे में जानकारी दे रहे है अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें

हमारी सूखती नदियां, घटता जल स्तर, खत्म होते जंगल और इसी वजह से बदलता मौसम शायद ही कभी चुनाव का मुद्दा बनता है। शायद ही हमारे नागरिकों को इससे फर्क पड़ता है। सोच कर देखिए कि अगर आपके गांव, कस्बे या शहर के नक्शे में से वहां बहने वाली नदी, तालाब, पेड़ हटा दिये जाएं तो वहां क्या बचेगा। क्या वह मरुस्थल नहीं हो जाएगा... जहां जीवन नहीं होता। अगर ऐसा है तो क्यों नहीं नागरिक कभी नदियों-जंगलों को बचाने की कवायद को चुनावी मुद्दा नहीं बनाते। ऐसे मुद्दे राजनीति का मुद्दा नहीं बनते क्योंकि हम नागरिक इनके प्रति गंभीर नहीं हैं, जी हां, यह नागरिकों का ही धर्म है क्योंकि हमारे इसी समाज से निकले नेता हमारी बात करते हैं।

बिहार राज्य के खगरिया जिले के सुमल कुमार पटेल ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया की दहेज़ लेना और देना समाज की कुड़ है

सुनिए एक प्यारी सी कहानी। इन कहानियों की मदद से आप अपने बच्चों की बोलने, सीखने और जानने की क्षमता बढ़ा सकते है।ये कहानी आपको कैसी लगी? क्या आपके बच्चे ने ये कहानी सुनी? इस कहानी से उसने कुछ सीखा? अगर आपके पास भी है कोई मज़ेदार कहानी, तो रिकॉर्ड करें फ़ोन में नंबर 3 का बटन दबाकर।

खगड़िया पंच सरपंच संघ के जिला अध्यक्ष किरण देव यादव ने 31मार्च को लोक तंत्र खतरे में होने को लेकर दिल्ली के रामलीला मैदान में प्रदर्शन में ज्यादा से ज्यादा भाग लने को लेकर आज खगड़िया में बैठक कर कई मुद्दों पर कि गई चर्चा.

खगड़िया पंच सरपंच संघ के जिला अध्यक्ष किरण देव यादव ने दी जानकारी. आज अलौली के ग्राम काचहरी में दो विवदित मामले को किया गया निपटारा. विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ अशोक झा ऑर्गेनिक खेती में बीज और मिट्टी के उपचार सम्बंधित जानकारी दे रहे हैं। सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में।

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