बिहार राज्य के अररिया जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता ने कई महिलाओं से बातचीत की। जिसमें उन्होंने जानकारी दी की लड़कियों के साथ होने वाले दुर्व्यवहार के कारण तो लड़कियों की पढ़ाई अधूरी रह जाती है। इसके साथ ही कई बार अभिभावक बच्चों की पढ़ाई में खर्च करने जगह उसी पैसे से उनकी शादी कर देते हैं। सरकारी स्कूल में व्यवस्था भी ठीक नहीं है। शिक्षक बच्चों को पढ़ने में बिल्कुल ध्यान नहीं देते हैं

बिहार राज्य के अररिया जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता ने अब्दुल से बातचीत की। जिसमें उन्होंने जानकारी दी की निजी स्कूल में पढ़ाने के पैसे नहीं है। सरकारी स्कूल में पढ़ाई नहीं होती है। ऐसे में कोई कैसे पढ़ाई पूरी कर पायेगा। अभिभावक के पास रोजगार ही नहीं है, थोड़ा बहुत पैसे आता है, तो उससे घर खर्च चलाया जाता है। सरकारी स्कूल में आ रहे शिक्षक बच्चों की पढ़ाई पर कोई ध्यान नहीं देते हैं

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बिहार राज्य के अररिया जिला से शमशेर खान ने मोबाईल वाणी के माध्यम से शमशुल हक़ से साक्षात्कार लिया। शमशुल हक़ ने बताया कि फेसबुक और व्हाट्सएप पर फैलाये जा रहे फेक न्यूज अफवाह है। इन अफवाहों से सबको बच कर रहना चाहिए।सोशल मिडिया चलने वाले अधिकारीयों को ध्यान रखना चाहिए कि ऐसी भ्रामक और गलत खबरें न चले। साथ ही सब को मिल कर इन अफवाहों पर रोक लगाने का काम करना चाहिए। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

बिहार राज्य के अररिया जिला से शमशेर खान ने मोबाईल वाणी के माध्यम से मोहम्मद कमाल से साक्षात्कार लिया। मोहम्मद कमाल ने बताया कि कई मिडिया राजनितिक पार्टी से जुड़े रहते हैं। फेसबुक,वाह्ट्सएप,इत्यादि माध्यमों से झूठी खबरें प्रसारित की जाती है।ऐसी खबरों को महत्व नही देना चाहिए। सोच-समझ कर खबर प्रसारित करना चाहिए। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

बिहार राज्य के अररिया जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता ने पशुराम से बातचीत की। जिसमें उन्होंने जानकारी दी की गरीबी के कारण लड़कियों की पढ़ाई अधूरी रह जाती है। कई बार अभिभावक ही बच्चियों को पढ़ने नहीं भेजते हैं। आवारा लड़कों के कारण भी कई लड़कियों की पढ़ाई छुट जाती है

बिहार राज्य के अररिया जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता ने शहनवाज से बातचीत की। जिसमें उन्होंने बताया की इकोनॉमिक कंडीशन के कारण लड़कियां पढ़ नहीं पाती है। इसके साथ ही लड़कियों को बाहर पढ़ने नहीं भेजा जाता है। गांव में भी अब कोचिंग और स्कूल हैं, तो अब वो पढ़ पाती हैं। लेकिन कई बार घर की परिस्थिति तो कभी अभिभावक की सोच बच्चियों की पढ़ाई अधूरी रह जाती है

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा गेँहू की फसल को चूहों के आक्रमण से होने वाले नुकसान एवं उपचार सम्बंधित जानकारी दे रहे हैं । विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें...

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जैसा की आपको पता है की बच्चों के पेट में होने वाले कृमि संक्रमण को रोकने के लिए प्रदेशभर में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस अभियान चलाये जा रहे है जिससे बच्चे स्वस्थ्य और सुरक्षित रहे। हर साल 10 फरवरी को भारत राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाता है।इस दिन सभी आँगनबाड़ी केन्द्रो , सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो पर एवं सभी प्राथमिक व उच्च माध्यमिक स्कूलों में 1 से 14 वर्ष तक के बच्चों में कीड़ों के असर को खत्म करने की दवा खिलायी जाती है। देश भर में बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार और कृमि मुक्ति के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए उठाया गया यह एक सराहनीय कदम है। दोस्तों हर वर्ष की भाँति इस वर्ष भी कृमि रोग के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक खास थीम बनाई गयी है.,इस साल यानी 2024 की थीम है “एसटीएच हटाएं: बच्चों के स्वस्थ भविष्य में निवेश करें”। यह थीम देश को कृमि मुक्त कैसे करें,यह समझने में मदद करने के लिए बनायीं गई है। कृमि रोग बच्चों में होने वाली गंभीर स्वास्थ्य समस्या है जो बच्चो के मानसिक और शारीरिक विकास को प्रभावित करता है। इसलिए आइये हम सब मिलकर एक संकल्प ले और इस अभियान का हिस्सा बन कर देश को कृमि मुक्त बनाये और बच्चों के भविष्य को सुंदर बनाये और सुरक्षित करें। मोबाइल वाणी परिवार की और से आप सभी श्रोताओं को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस की बहुत बहुत शुभकामनाएं