बिहार राज्य के अररिया जिला से शमशेर खान ने मोबाईल वाणी के माध्यम से शमशुल हक़ से साक्षात्कार लिया। शमशुल हक़ ने बताया कि फेसबुक और व्हाट्सएप पर फैलाये जा रहे फेक न्यूज अफवाह है। इन अफवाहों से सबको बच कर रहना चाहिए।सोशल मिडिया चलने वाले अधिकारीयों को ध्यान रखना चाहिए कि ऐसी भ्रामक और गलत खबरें न चले। साथ ही सब को मिल कर इन अफवाहों पर रोक लगाने का काम करना चाहिए। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

बिहार राज्य के अररिया जिला से शमशेर खान ने मोबाईल वाणी के माध्यम से मोहम्मद कमाल से साक्षात्कार लिया। मोहम्मद कमाल ने बताया कि कई मिडिया राजनितिक पार्टी से जुड़े रहते हैं। फेसबुक,वाह्ट्सएप,इत्यादि माध्यमों से झूठी खबरें प्रसारित की जाती है।ऐसी खबरों को महत्व नही देना चाहिए। सोच-समझ कर खबर प्रसारित करना चाहिए। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

बिहार राज्य के अररिया जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता ने पशुराम से बातचीत की। जिसमें उन्होंने जानकारी दी की गरीबी के कारण लड़कियों की पढ़ाई अधूरी रह जाती है। कई बार अभिभावक ही बच्चियों को पढ़ने नहीं भेजते हैं। आवारा लड़कों के कारण भी कई लड़कियों की पढ़ाई छुट जाती है

बिहार राज्य के अररिया जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता ने शहनवाज से बातचीत की। जिसमें उन्होंने बताया की इकोनॉमिक कंडीशन के कारण लड़कियां पढ़ नहीं पाती है। इसके साथ ही लड़कियों को बाहर पढ़ने नहीं भेजा जाता है। गांव में भी अब कोचिंग और स्कूल हैं, तो अब वो पढ़ पाती हैं। लेकिन कई बार घर की परिस्थिति तो कभी अभिभावक की सोच बच्चियों की पढ़ाई अधूरी रह जाती है

पलासी अररिया बिहार

पझ ओर विपक्ष मसटर सहेब

बिहार राज्य के अररिया जिला से शमशेर खान ने मोबाइल वाणी के माध्यम से स्कूल के बच्चियों से बात किया उन्होंने बताया कि उनके स्कूल में अच्छे तरीके से पढाई होती है एयर घर वाले भी उन्हें सहयोग करते है आगे पढ़ने के लिए

बिहार राज्य के अररिया जिला से शमशेर खान ने मोबाइल वाणी के माध्यम से हमारे एक श्रोता रविंदर कुमार से बात किया उन्होंने बताया कि अगर लड़कियाँ पढ़ने जा रही हैं , तो वे कहीं भी किसी भी परेशानी को दूर करके समय निकालती हैं । सुविधा के आभाव के कारण भी लड़कियां अपनी पढाई पूरी नहीं कर पाती है

बिहार राज्य के अररिया जिला से शमशेर खान ने मोबाइल वाणी के माध्यम से हमारे एक श्रोता से बात किया उन्होंने बताया कि माता पिता पैसे के आभाव के कारण अपने बच्चो को नहीं पढ़ा पाते है, और कम उम्र में घर की जिम्मेदारी सौपने के कारण भी लड़किया अपनी पढाई पूरी नहीं कर पाती है

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