सीतापुर शहर कोतवाली क्षेत्र में गुटखा थूकने को लेकर हुए विवाद में पड़ोसी ने छात्र को चाकू मार दिया। इलाज के दौरान छात्र की मौत हो गई। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। अंबेडकरनगर मोहल्ला ब्लाॅक बी निवासी अनुराग वर्मा (17) जीआईसी में कक्षा-11 का छात्र था। मंगलवार रात उसके पिता मंजूलाल घर के पास खड़े थे। उन्होंने गुटखा खाकर अपने घर के पास ही थूक दिया। इसी दौरान मोहल्ले का नरेंद्र मोहन उर्फ लकी वहां आ धमका। बिना किसी बात के ही वह थूकने को लेकर विवाद करने लगा। इसी दौरान मारपीट होते देख अनुराग अपने पिता को बचाने के लिए दौड़ा। तभी आरोपी नरेंद्र मोहन घर से चाकू निकाल लाया और अनुराग के पेट में घोंप दिया। इससे किशोर मौके पर गिर गया। परिजनों ने आननफानन उसे जिला अस्पताल पहुंचाया। यहां से गंभीर हालत में उसे लखनऊ रेफर कर दिया।

दोस्तों, लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ सक्रियता के 16 दिन पूरे होने हो हैं... लेकिन हमारा अभियान बदलाव का आगाज जारी है... इस कार्य क्रम में हमने बीते कुछ दिनों में बहुत सी कहानियां सुनी...इन सभी ने हमें प्रेरित भी किया और सोचने पर मजबूर भी...! सोचना ये है कि आखिर कैसे लिंग और पहचान, ऊँच और नीच, अमीर और गरीब, रंग और भेद के नाम पर हिंसा के इस क्रम को रोका जा सकता है..? अगर आपके पास जवाब है तो जरुर रिकॉर्ड करें. साथ ही अपने आसपास से ऐसी और भी कहानियां लेकर हमारे पास आएं... अपनी बात रिकॉर्ड करने के लिए फोन में अभी दबाएं नम्बर 3.

सीतापुर। जिला अस्पताल में जल्द ही क्रिटिकल केयर यूनिट बनेगी। इसमें गंभीर मरीजों को भर्ती कर उनका इलाज किया जाएगा। इस समय जिले में यह सुविधा न होने से मरीज सीधे लखनऊ रेफर किए जाते हैं। लखनऊ पहुंचने में देरी होने से उनकी जान पर बन आती है। नए जिला अस्पताल के भवन में यह सुविधा मिलेगी। जिला अस्पताल का नया भवन सिविल लाइन इलाके में 13 बीघे पर बनेगा। इस जमीन को स्वास्थ्य विभाग ने हैंडओवर कर लिया है। इससे अब भवन बनने की प्रक्रिया जल्द शुरू होने वाली है। यहां पर क्रिटिकल केयर यूनिट भी बनाई जाएगी। इसमें गंभीर मरीजों को भर्ती किया जाएगा। यहां जांच के साथ ही दवा की सुविधा मिलेगी। इस तरह की जिला अस्पताल में कोई यूनिट नहीं है। इससे रोजाना पांच से छह मरीज रेफर किए जाते हैं। इस यूनिट में हृदय रोग, किडनी, लिवर व सर्जरी सहित अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीजों का इलाज किया जाएगा।

पिसावां(सीतापुर)। सीएचसी को नई एंबुलेंस की सौगात मिली है। बुधवार को सीएचसी से इसका संचालन शुरू कर दिया गया। सीएचसी अधीक्षक डॉ. अवनीश कुमार ने बताया कि आधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण नई एंबुलेंस में मरीजों को ऑक्सीजन सहित तमाम सुविधाएं मिलेंगी। अब यहां के लोगों को बहुत लाभ मिलेगा। लगातार लोगों को बहुत दिक्कतें होती आ रही थी। अब यहां से लोगों को मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए किसी भी निजी वाहन का इंतजाम नहीं करना पड़ेगा।

सीतापुर। सिटी उपकेंद्र से जुड़े मोहल्लों में बुधवार को पांच घंटे बिजली गुल रही। इसके चलते कारखानों में कामकाज ठप रहा। घरों में रखे इन्वर्टर भी डिस्चार्ज हो गए। आटा चक्की न चलने से भी परेशानी बढ़ गई। सिटी उपकेंद्र में बुधवार को मरम्मत का काम प्रस्तावित था। इसके चलते सुबह 10 से शाम पांच बजे तक शटडाउन लिया गया था। इस कारण आलमनगर, गदियाना, पुराना सीतापुर सहित 25 मोहल्लों में बिजली गुल रही। आटा चक्की चलाने वाले महेश ने बताया कि पांच घंटे की कटौती के कारण तमाम लोगों को समय से उनका गेहूं पीसकर नहीं दे सका। अब रात में काम करना पड़ेगा। इसी तरह अन्य कुटीर उद्योग-धंधे भी प्रभावित हुए। एसडीओ रवि गौतम ने बताया कि दोपहर तीन बजे के बाद बिजली आपूर्ति सुचारु हो गई।

सुनिए एक प्यारी सी कहानी। इन कहानियों की मदद से आप अपने बच्चों की बोलने, सीखने और जानने की समझ बढ़ा सकते है। ये कहानी आपको कैसी लगी? क्या आपके बच्चे ने ये कहानी सुनी? इस कहानी से उसने कुछ सीखा? क्या आपके पास भी कोई नन्ही कहानी है? हमें बताइए, फ़ोन में नंबर 3 का बटन दबाकर।

उरदौली महोली कोतवाली क्षेत्र में बुधवार को दो दुकानों में आग लग गई। इसमें करीब आठ लाख का सामान जलकर राख हो गया। पीड़ितों ने पुलिस को तहरीर दी है। उरदौली कस्बे में राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे टिन से बनी दुकान में कस्बा निवासी विपिन देवल की कपड़े व जूते-चप्पल की दुकान है। पास में ही अनुज देवल की अनुज कॉस्मेटिक सेंटर के नाम से दुकान है। विपिन इन दिनों अपनी पत्नी का दिल्ली में इलाज करा रहा है। करीब एक सप्ताह से उसकी दुकान बंद थी। वहीं अनुज मंगलवार को अपनी दुकान बंद कर घर चला गया था। बुधवार सुबह पड़ोसी दुकानदारों ने अनुज को आग लगने की सूचना दी। दुकान पहुंच अनुज ने पड़ोसियों की मदद से किसी तरह आग पर काबू पाय लेकिन तब तक दुकान में रखा सामान जलकर राख हो चुका था।

जन्म से आठ साल की उम्र तक का समय बच्चों के विकास के लिए बहुत खास है। माता-पिता के रूप में जहाँ हम परवरिश की खूबियाँ सीखते हैं, वहीँ इन खूबियों का इस्तेमाल करके हम अपने बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा दे सकते है।आप अपने बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ाने और उन्हें सीखाने के लिए क्या-क्या तरीके अपनाते है? इस बारे में बचपन मनाओ सुन रहे दूसरे साथियों को भी जानकारी दें। अपनी बात रिकॉर्ड करने के लिए दबाएं नंबर 3.

पिछले कुछ सालों से देश में एक नया शिगूफा छिड़ा हुआ है, एक देश एक चुनाव का, गाहे-बगाहे इसको लेकर चर्चा उठती रहती है। बीते महीने संसद के विशेष सत्र में भी इसको लेकर चर्चा उठी थी। एक देश एक चुनाव के कराने के पीछे सरकार का तर्क है कि इससे देश के संसाधनों की बचत होगी।

जेंडर हिंसा के खिलाफ 16 दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम, 'बदलाव का आगाज़', में आज सुनिए लोक लाज के बंधन में बंधी यह महिला जो दहेज के लोभियों के हाथों घरेलू हिंसा की सज़ा झेल रही थी, और आखिर में इसके खिलाफ उठाया उन्होंने एक कदम।