हंसने-हंसाने से इंसान खुश रहता है, जिससे मानसिक तनाव, चिंता और डिप्रेशन कम होता है। दोस्तों, उत्तम स्वास्थ्य के लिए हंसी-मज़ाक बहुत ज़रूरी है। इसीलिए मोबाइल वाणी आपके लिए लेकर आया है कुछ मजेदार चुटकुले, जिन्हें सुनकर आप अपनी हंसी रोक नहीं पाएंगे। हो जाइए तैयार, हंसने-हंसाने के लिए... सुनिए हंसी-मज़ाक में डूबे हंसगुल्ले और रिकॉर्ड कीजिए अपने चुटकुले मोबाइल वाणी पर, फोन में नंबर 3 का बटन दबाकर।
सुनिए जेंडर हिंसा के खिलाफ चल रहे हमारे इस कार्यक्रम बदलाव का आगाज़ में आज यशस्विनी जी ने उन कानूनों के बारे में बताया जो इस मामले में पीड़ित की मदद कर सकते हैं और बताए उन संगठनों की नाम जो जेंडर-आधारित हिंसा के मामलों में लोगों को कानूनी प्रक्रिया में सहायता करते हैं। आपके विचार में, समाज में जेंडर हिंसा के खिलाफ बदलाव के लिए सबसे बड़ी जरूरत क्या है? जेंडर हिंसा के खिलाफ लड़ाई में कानून कितना महत्वपूर्ण है? क्या आपने कभी जेंडर हिंसा के खिलाफ किसी की मदद की है?
गोंदलामऊ। सीतापुर में गन्ना किसानों के साथ आए दिन गन्ना सर्वे और सट्टा आवंटन में भारी गड़बड़ी की गई है। एक किसान के नाम पर दो सट्टे आवंटित कर दिए गए हैं। इतना ही नहीं, जिस किसान के पास एक बीघा जमीन है उसके सट्टा पर 30 बीघा दर्ज कर दिया गया है। वहीं, तमाम किसान अभी तक अपनी जमीन की फीडिंग कराने के लिए रामगढ़ समिति के चक्कर काट रहे हैं। सर्वे से लेकर सट्टा आंवटन तक सारी प्रक्रिया ऑनलाइन है। इसके बाद भी जिम्मेदारों से सांठगांठ कर बिचौलिए फर्जीवाड़ा कर रहे हैं। हैरत यह कि इस हेरफेर की भनक तक विभागीय अफसरों को नहीं लग पा रही है। रामगढ़ चीनी मिल का पेराई सत्र पांच नवंबर को शुरू कर दिया गया था। मिल चालू हुए एक माह से अधिक का समय बीत चुका है। लेकिन जमीन फीड कराने वाले किसान आज तक समिति के चक्कर लगा रहे हैं। किसान अपनी खेतौनी लेकर आते हैं, लेकिन उनकी जमीन दर्ज नहीं की जा रही है। कोई न कोई बहाना बनाकर उन्हें वापस कर दिया जाता है।
मिश्रिख (संवाद)। ब्लॉक क्षेत्र की बिनौरा ग्राम पंचायत में एक प्रकरण की जांच के लिये हाईकोर्ट ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, खंड विकास अधिकारी और एडीओ पंचायत को जांच अधिकारी नामित किया था। जांच के लिये सोमवार 11 दिसंबर का दिन निर्धारित हुआ था। सोमवार को ग्रामीण व शिकायतकर्ता दिन भर अधिकारियों का इंतजार करते रहे। लेकिन अधिकारी नहीं पहुंचे। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने जांच अधिकारियों पर ही कार्रवाई की मांग की। ब्लॉक की ग्राम पंचायत बिनौरा निवासी जाबिर अली, इशाक व सप्तार ने पूर्व प्रधान जमीला व ग्राम विकास अधिकारी रजनीश सिंह, एडीओ पंचायत व पूर्व प्रशासक अमित चतुर्वेदी के विरुद्ध उच्च न्यायालय लखनऊ खंडपीठ में एक वाद दायर किया। इसमें प्रधान के अधिकार का दुरुपयोग व अधिकारियों की लापरवाही की जांच करने की मांग की गई। इस वाद की सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने शिकायती शपथ पत्र के बिंदुओं की जांच करने के लिये जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व खंड विकास अधिकारी मिश्रिख को नामित किया।
सीतापुर। मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले का आयोजन रविवार को जिले के 66 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर किया गया। इस दौरान करीब 3600 मरीजों ने विभिन्न बीमारियों का इलाज करवाया। यह मेला शहर से लेकर ग्रामीण स्तर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर लगा। सुबह के समय केंद्रों पर भीड़ नजर आई। वहीं दोपहर में सन्नाटा पसर गया। इस दौरान बुखार, खांसी, दमा, हृदय रोग, चर्म रोग व आंख से संबंधित बीमारियों के मरीज पहुंचे। चिकित्सकों ने इन मरीजों को प्राथमिक तौर पर इलाज किया। पांच दिन की दवा दी। साथ ही जिला अस्पताल व सीएचसी से जांच करवाने की बात कही। सीएमओ डॉ. हरपाल सिंह ने बताया कि मेले में मरीजों का बेहतर इलाज किया गया है। पीएचसी पर महज प्राथमिक जांच की ही सुविधा रहती है। जांच के लिए मरीज सीएचसी व जिला अस्पताल भेजे जाते हैं।
सीतापुर। जिले के वासियों व आस पास के लोगों के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी रेलवे ने दे दी है। अब शहर वासियों को कई सारी ट्रेनों की सौगात मिलने वाली है। गैर जनपदों में होने वाले दोहरीकरण व अन्य मरम्मत कार्य होने के चलते कई ट्रेनों का मार्ग परिवर्तन किया गया है। इसके चलते छह ट्रेनें सीतापुर से गुजरेंगी। इससे यहां के यात्रियों को लंबे सफर के लिए राहत भी मिलेगी। यह ट्रेनें सोमवार से नए रूट पर चलाई जाएंगी। पूर्वोत्तर रेलवे केे लखनऊ मंडल पर बाराबंकी-अयोध्या-शाहगंज-जफराबाद रेलखंड दोहरीकरण का कार्य किया जा रहा है। हाल ही में सीतापुर से शाहजहांपुर चलने वाली पैसेंजर ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया था। लेकिन इन ट्रेनों के संचालन से उनको काफी राहत मिलेगी।
सीतापुर। पहाड़ों पर बर्फबारी से हवा में ठंड घुलने लगी है। तेज सर्द पछुआ हवाओं के असर से सर्दी बढ़ती जा रही है। पिछले चार दिनों में रात का पारा छह डिग्री लुढ़क गया। शाम ढलते ही ठंड बढ़ने से सड़कों पर सन्नाटा पसरने लगा है। इसके बावजूद प्रशासन की ओर से अब तक न रैन बसेरे शुरू किए गए हैं और न ही अलाव की व्यवस्था हो सकी है। रविवार को दिन में 11 किमी प्रति घंटे की गति से सर्द हवाएं चलीं। इससे धूप के बीच भी सिहरन का अहसास हुआ। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार रविवार को अधिकतम तापमान 24 डिग्री व न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। उधर, रात में गलन शुरू होने के बाद भी रैन बसेरों व अलाव की व्यवस्था नहीं की जा सकी है। पिछले साल शहर के लालबाग चौराहे, जीआईसी व रोडवेज बस स्टैंड पर रैन बसेरे की व्यवस्था कराई थी। इन रैन बसेरों में काफी संख्या में लोग रातें गुजारते थे। वहीं सभी तहसीलों पर भी रैन बसेरों बने थे, लेकिन इस वर्ष दिसंबर के दूसरे सप्ताह तक भी रैन बसेरे शुरू नहीं हो सके हैं।
लहरपुर। किवानी नदी पर बना पुल क्षतिग्रस्त है। वहीं तंबौर जाने के लिए वैकल्पिक संपर्क मार्ग बनाने का काम भी धीमी गति से चल रहा था। इस वजह से टूटे पुल से ही वाहन गुजर रहे थे। अमर उजाला ने दो नवंबर को खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद अवर अभियंता बाबूराम ने क्षतिग्रस्त पुल से छोटे-बड़े सभी वाहनों का आवागमन रोक दिया था। अब संपर्क मार्ग बनाने का काम तेज कर दिया गया है। संकेत सूचक बोर्ड लगाकर संपर्क मार्ग से गुजरने की अपील की है। वहीं स्थानीय नागरिकों ने बताया कि खबर छपने के बाद विभाग ने जर्जर पुल पर जाने के लिए एक अस्थायी अवरोध लगाया है।
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सुनिए एक प्यारी सी कहानी। इन कहानियों की मदद से आप अपने बच्चों की बोलने, सीखने और जानने की समझ बढ़ा सकते है। ये कहानी आपको कैसी लगी? क्या आपके बच्चे ने ये कहानी सुनी? इस कहानी से उसने कुछ सीखा? क्या आपके पास भी कोई नन्ही कहानी है? हमें बताइए, फ़ोन में नंबर 3 का बटन दबाकर।