दोस्तों, लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ सक्रियता के 16 दिन पूरे होने हो हैं... लेकिन हमारा अभियान बदलाव का आगाज जारी है... इस कार्य क्रम में हमने बीते कुछ दिनों में बहुत सी कहानियां सुनी...इन सभी ने हमें प्रेरित भी किया और सोचने पर मजबूर भी...! सोचना ये है कि आखिर कैसे लिंग और पहचान, ऊँच और नीच, अमीर और गरीब, रंग और भेद के नाम पर हिंसा के इस क्रम को रोका जा सकता है..? अगर आपके पास जवाब है तो जरुर रिकॉर्ड करें. साथ ही अपने आसपास से ऐसी और भी कहानियां लेकर हमारे पास आएं... अपनी बात रिकॉर्ड करने के लिए फोन में अभी दबाएं नम्बर 3.
सीतापुर। जिला अस्पताल में जल्द ही क्रिटिकल केयर यूनिट बनेगी। इसमें गंभीर मरीजों को भर्ती कर उनका इलाज किया जाएगा। इस समय जिले में यह सुविधा न होने से मरीज सीधे लखनऊ रेफर किए जाते हैं। लखनऊ पहुंचने में देरी होने से उनकी जान पर बन आती है। नए जिला अस्पताल के भवन में यह सुविधा मिलेगी। जिला अस्पताल का नया भवन सिविल लाइन इलाके में 13 बीघे पर बनेगा। इस जमीन को स्वास्थ्य विभाग ने हैंडओवर कर लिया है। इससे अब भवन बनने की प्रक्रिया जल्द शुरू होने वाली है। यहां पर क्रिटिकल केयर यूनिट भी बनाई जाएगी। इसमें गंभीर मरीजों को भर्ती किया जाएगा। यहां जांच के साथ ही दवा की सुविधा मिलेगी। इस तरह की जिला अस्पताल में कोई यूनिट नहीं है। इससे रोजाना पांच से छह मरीज रेफर किए जाते हैं। इस यूनिट में हृदय रोग, किडनी, लिवर व सर्जरी सहित अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीजों का इलाज किया जाएगा।
पिसावां(सीतापुर)। सीएचसी को नई एंबुलेंस की सौगात मिली है। बुधवार को सीएचसी से इसका संचालन शुरू कर दिया गया। सीएचसी अधीक्षक डॉ. अवनीश कुमार ने बताया कि आधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण नई एंबुलेंस में मरीजों को ऑक्सीजन सहित तमाम सुविधाएं मिलेंगी। अब यहां के लोगों को बहुत लाभ मिलेगा। लगातार लोगों को बहुत दिक्कतें होती आ रही थी। अब यहां से लोगों को मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए किसी भी निजी वाहन का इंतजाम नहीं करना पड़ेगा।
सुनिए एक प्यारी सी कहानी। इन कहानियों की मदद से आप अपने बच्चों की बोलने, सीखने और जानने की समझ बढ़ा सकते है। ये कहानी आपको कैसी लगी? क्या आपके बच्चे ने ये कहानी सुनी? इस कहानी से उसने कुछ सीखा? क्या आपके पास भी कोई नन्ही कहानी है? हमें बताइए, फ़ोन में नंबर 3 का बटन दबाकर।
जन्म से आठ साल की उम्र तक का समय बच्चों के विकास के लिए बहुत खास है। माता-पिता के रूप में जहाँ हम परवरिश की खूबियाँ सीखते हैं, वहीँ इन खूबियों का इस्तेमाल करके हम अपने बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा दे सकते है।आप अपने बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ाने और उन्हें सीखाने के लिए क्या-क्या तरीके अपनाते है? इस बारे में बचपन मनाओ सुन रहे दूसरे साथियों को भी जानकारी दें। अपनी बात रिकॉर्ड करने के लिए दबाएं नंबर 3.
पिछले कुछ सालों से देश में एक नया शिगूफा छिड़ा हुआ है, एक देश एक चुनाव का, गाहे-बगाहे इसको लेकर चर्चा उठती रहती है। बीते महीने संसद के विशेष सत्र में भी इसको लेकर चर्चा उठी थी। एक देश एक चुनाव के कराने के पीछे सरकार का तर्क है कि इससे देश के संसाधनों की बचत होगी।
जेंडर हिंसा के खिलाफ 16 दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम, 'बदलाव का आगाज़', में आज सुनिए लोक लाज के बंधन में बंधी यह महिला जो दहेज के लोभियों के हाथों घरेलू हिंसा की सज़ा झेल रही थी, और आखिर में इसके खिलाफ उठाया उन्होंने एक कदम।
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हंसने-हंसाने से इंसान खुश रहता है, जिससे मानसिक तनाव, चिंता और डिप्रेशन कम होता है। दोस्तों, उत्तम स्वास्थ्य के लिए हंसी-मज़ाक बहुत ज़रूरी है। इसीलिए मोबाइल वाणी आपके लिए लेकर आया है कुछ मजेदार चुटकुले, जिन्हें सुनकर आप अपनी हंसी रोक नहीं पाएंगे। हो जाइए तैयार, हंसने-हंसाने के लिए... सुनिए हंसी-मज़ाक में डूबे हंसगुल्ले और रिकॉर्ड कीजिए अपने चुटकुले मोबाइल वाणी पर, फोन में नंबर 3 का बटन दबाकर।
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