*सामूहिक विवाह के लिए 850 आवेदन मिले पात्र* सीतापुर। सामूहिक विवाह योजना के तहत 850 आवेदन पात्र मिले हैं। सामूहिक विवाह इस माह के अंतिम सप्ताह या अगले साल की शुरुआत में होगा। इसके लिए संबंधित परिवारों की ओर से ऑनलाइन आवेदन किए जा रहे हैं। अभी तक आए आवेदनों की जांच में संबंधित बीडीओ और ईओ ने तकरीबन 850 आवेदनों को सही पाया है। इन्हें जिला समाज कल्याण अधिकारी को भेजा गया है। सीएम सामूहिक विवाह योजना के तहत जरूरतमंद बेटियों का विवाह सरकारी खर्च पर कराया जाता है। इसके लिए ऑनलाइन प्राप्त 1486 आवेदनों में से 850 को पात्र मिले हैं। अब जिला समाज कल्याण अफसर की ओर से इन पात्र आवेदनों का परीक्षण किया जाएगा। इसके बाद इसे लॉक किया जाएगा और सूचना लाभार्थी को भेजी जाएगी। साथ ही विवाह के लिए तय तिथि की जानकारी दी जाएगी। बेहटा ब्लॉक में सर्वाधिक 63 आवेदन पात्र मिले हैं। महमूदाबाद नगर पालिका में सबसे कम नौ आवेदन पात्र हैं।

सीतापुर। रामकोट के हुमायूंपुर में 10 साल से बिजली आ रही है। लेकिन घरों में मीटर नहीं लगे हैं। अभियान चलाकर गांव के 54 घरों में बिजली के मीटर लगाए गए। अब इन उपभोक्ताओं को मीटर रीडिंग के अनुसार ही बिजली का बिल देना पड़ेगा। विद्युत वितरण मंडल द्वितीय के तहत हुमायूंपुर में लगातार राजस्व का नुकसान हो रहा था। खपत के अनुसार राजस्व नहीं आ रहा था। लाइनलॉस के चलते बिजली विभाग ने गांव में चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान घरों में अनुमानित बिल आ रहे थे। एक किलोवाट के कनेक्शन पर तीन से चार किलोवाट का लोड मिला। इस पर गांव के 54 उपभोक्ताओं के घर मीटर लगवाए गए। ग्रामीणों ने पहले मीटर लगवाने से आनाकानी की। उसके बाद अफसर ने सख्ती की। इसके बाद पूरे गांव में मीटर लगवा दिए गए।

लहरपुर (सीतापुर)। कोतवाली क्षेत्र में रविवार को लापता हुई एक बच्ची सोशल मीडिया के जरिये अपने परिजनों से मिल पाई। महज छह घंटे में बच्ची अपने घर पहुंच गई। केसरीगंज गांव में रविवार सुबह करीब 10 बचे एक बच्ची रोते हुए मिली। स्थानीय लोगों ने उससे पूछा लेकिन वह कुछ नहीं बता पाई। इस पर लोगों ने उसे एक दुकान पर बैठाकर उसकी फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर दी। साथ ही पुलिस को भी मामले की जानकारी दी। सोशल मीडिया पर बच्ची की फोटो वायरल होने पर नगर के मोहल्ला अंबर सरांय निवासी अनुज कुमार शुक्ला व उनकी पत्नी रुचि शुक्ला पुलिस चौकी पहुंचीं। उन्होंने बच्ची की पहचान अपनी पुत्री कावेरी शुक्ला (9) के रूप में की। बताया कि खेलते समय बच्ची भटक कर केसरीगंज पहुंच गई थी। इंस्पेक्टर मुकुल प्रकाश वर्मा ने बताया कि बच्ची को महज छह घंटे के अंदर उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है।

सीतापुर। निपुण असिस्मेंट टेस्ट में फेल बच्चों का रिजल्ट देखकर बीएसए ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। 39 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों व विद्यालय के शिक्षकों को दोषी माना गया है। बीएसए ने इन विद्यालय के प्रधानाध्यापक व शिक्षकों को प्रतिकूल प्रविष्टि दी है। परिषदीय विद्यालय में अध्ययनरत नौनिहालों का टेस्ट लिया गया था। 15 सितंबर को निपुण असिस्मेंट परीक्षा हुई थी। इसमें कक्षा एक से तीन तक के नौनिहालों ने हिस्सा लिया था। इन नौनिहालों का रिजल्ट बेहद खराब रहा। 39 विद्यालय के नौनिहालों ने 40 फीसदी से कम अंक अर्जित किए। इन्हें ई ग्रेड मिला। यानि यह परीक्षा में फेल हो गए। जिलाधिकारी अनुज सिंह ने समीक्षा की तो यह रिजल्ट देखकर नाराजगी जताई और बीएसए को कार्रवाई के निर्देश दिए। बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह ने बताया कि बच्चों का रिजल्ट बेहद खराब है।

सुनिए एक प्यारी सी कहानी। इन कहानियों की मदद से आप अपने बच्चों की बोलने, सीखने और जानने की समझ बढ़ा सकते है। ये कहानी आपको कैसी लगी? क्या आपके बच्चे ने ये कहानी सुनी? इस कहानी से उसने कुछ सीखा? क्या आपके पास भी कोई नन्ही कहानी है? हमें बताइए, फ़ोन में नंबर 3 का बटन दबाकर।

इसके बरक्स एक और सवल उठता है कि क्या सरकारें चाहती हैं कि वह लोगों का खाने-पीने और पहनने सहित सामान्य जीवन के तौर तरीकों को भी तय करें? या फिर इस व्यवसाय को एक धार्मिक समुदाय को निशाना बनाने के लिए इस तरह के आदेश जारी किये जा रहे हैं। सरकार ने इस आदेश को जारी करते हुए इस बात पर भी ध्यान नहीं दिया कि उसके एक आदेश से कितने लोगों की रोजी रोटी पर असर पड़ेगा

हंसने-हंसाने से इंसान खुश रहता है, जिससे मानसिक तनाव, चिंता और डिप्रेशन कम होता है। दोस्तों, उत्तम स्वास्थ्य के लिए हंसी-मज़ाक बहुत ज़रूरी है। इसीलिए मोबाइल वाणी आपके लिए लेकर आया है कुछ मजेदार चुटकुले, जिन्हें सुनकर आप अपनी हंसी रोक नहीं पाएंगे। हो जाइए तैयार, हंसने-हंसाने के लिए...

यह कहानी एक लड़की की साहस और संघर्ष की है, जिसने अत्याचार को मात दिया और नये जीवन की धारा चलाई। मायके का साथ बना उसका सहारा, बेटे को बड़ा किया सच्चाई की पुकार से। उमा ने सिखाया, हिंसा से ना डरो, आगे बढ़ो, सपनों को हकीकत में बदलो। आपको लगता है कि उमा ने अपने जीवन में सही निर्णय लिया था, जब वह अपने परिवार के खिलाफ खड़ी हुई थी? उमा की कहानी आपको कैसे प्रेरित करती है और आपके विचारों में समाज में इस तरह की स्थितियों पर सहायता और बदलाव कैसे लाया जा सकता है?

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ जीवदास साहू फरस बीन यानि फ्रेंच बीन की खेती की जानकारी दे रहे है। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें...

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा पीता फसल हेतु रोग नियंत्रण की जानकारी दे रहे है। अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें