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सकरन थाना क्षेत्र में दहेज न मिलने पर एक विवाहिता को उसके पति ने तीन तलाक दे दिया। पुलिस ने मामले में छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। थाना क्षेत्र के गांव ओडाझार निवासी मंतशा बानो ने बताया कि उसकी शादी वारिस अली के साथ मुस्लिम रीति रिवाज से हुई थी। शादी में दहेज भी दिया गया था, लेकिन उससे ससुरालीजन संतुष्ट नहीं थे। वे आए दिन अतिरिक्त दहेज में बाइक व एक लाख की नकदी की मांग करते हुए मारपीट करने लगे। आरोप है कि गुरुवार शाम दहेज को लेकर उसके पति वारिस अली ने ससुरालीजनों वाजिद अली, हामिद अली, मोमिना, रहनुमा, शबाअंजुम के साथ मिलकर उसकी पिटाई कर दी। फिर पति ने तीन तलाक दे दिया।

आज आप लोगों के लिए सिगरेट और बीड़ी पीने से कितना नुकसान होता है ये बताने जा रही हूं। एक सिगरेट व बीड़ी पीने से जीवन की कमी की मात्रा के बारे में कई अध्ययन हुए हैं। इन अध्ययनों के अनुसार, एक सिगरेट पीने से जीवन की कमी की मात्रा 6 से 11 मिनट तक होती है। धूम्रपान के हानिकारक प्रभाव अच्छी तरह से दस्तावेजीकृत हैं और यह दुनिया भर में रोकथाम योग्य मौत के प्रमुख कारणों में से एक है। धूम्रपान छोड़ने से फेफड़ों के कैंसर, हृदय रोग और स्ट्रोक जैसी बीमारियों का खतरा कम होता है। निकोटीन प्रतिस्पर्धा थेरेपी, परामर्श, और समर्थन समूह जैसी कई संसाधन धूम्रपान छोड़ने में मदद कर सकते हैं। धूम्रपान छोड़ने के फायदे तुरंत दिखाई देते हैं। वहीं, इसका धुआं सामने लोगों की नाक से अंदर जाता है तो उनकी उम्र में इससे ज्यादा नुकसान दायक है।

ठंडी का मौसम आ गया है, अब बच्चे ज्यादा बीमार पड़ेंगे और गांवों में शहरी सुविधा भी नहीं है। ताे उसके लिए माता-पिता को ये खास ध्यान रखना चाहिए। बच्चों को खाने में पौष्टिक आहार ही दें। फल और हरी सब्जियों का नियमित सेवन करवाएं। साथ ही तरल पदार्थ जैसे सूप, फलों का रस और अधिक मात्रा में पानी का सेवन भी सेहत के लिए फायदेमंद है। हाथों की सफाई भी सुरक्षा का सबसे जरूरी कदम है। अगर परिवार में किसी को संक्रमण हो तो उसे स्वयं को बच्चों से दूर रखना चाहिए। बच्चों को यह सिखाना जरूरी है कि जिन्हें खांसी हो, उनसे दूर रहें और यदि हमें भी खांसी हो तो दूसरों से दूरी बनाकर रखना चाहिए। बीमारियों से बचाव के लिए बच्चों का टीकाकरण जरूरी है। बच्चों की तबीयत खराब होने पर उन्हें किसी शिशु रोग विशेषज्ञ के पास ले जाकर उपचार करवाना चाहिए।

सीतापुर जिले में डेंगू का प्रकोप जारी है, लेकिन प्रशासन इसको लेकर सजक नहीं हो रहा है। कई ग्रामीण इलाकों में तो डेंगू की दवा का छिड़काव भी नहीं हो रहा है। इससे लगातार ग्रामीणों की मौत हो रही है। वहीं, लखनऊ की एक शिक्षिका की निकाह के चार दिन बाद डेंगू से लखनऊ में मौत हो गई। खास बात यह है शिक्षिका की हालत गंभीर होने पर अस्पताल में ही निकाह हुआ था। इस घटना के बाद शिक्षक समुदाय में शोक की लहर दौड़ गई। बिसवां विकासखंड के प्राथमिक विद्यालय लीलापुरवा में तैनात सहायक अध्यापिका हुमा मेराज की 14 नवंबर को तबियत खराब हुई थी। उन्हें लखनऊ के एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। यहां हुई जांच में डेंगू होने की पुष्टि हुई थी। हालात लगातार बिगड़ने पर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

आप महिलाओं के लिए एक विशेष बात यह है कि आईवीएफ विधि CAPA-IVM दुनिया भर में सिर्फ 6 अस्पतालों में ही की जा रही है, रिपोर्ट के मुताबिक इस विधि से अभी तक 150 बच्चे पैदा हुए हैं, पिछले सप्ताह ऑस्ट्रेलिया में इस प्रक्रिया से एक कपल ने बच्चे का स्वागत किया। विशेषज्ञों के मुताबिक आईवीएफ की तुलना में आईवीएम सस्ते होते हैं। इसका सीधा कारण यह है कि इसमें फर्टिलिटी दवाओं की जरूरत कम रहती है। इन दवाओं की कीमत करीब 2,000 पाउंड तक हो सकती है। ऐसे में यह प्रक्रिया आईवीएफ की तुलना में अधिक सुरक्षित, सरल और सस्ती है। हर साल हजारों महिलाएं बच्चा पैदा करने की उम्मीद में प्रजनन उपचार करवाती हैं, हजारों लाखों रुपए खर्च करके वे कई तरह के ट्रीटमेंट लेती हैं। आईवीएफ इसमें सबसे लोकप्रिय तरीका है। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि कैपेसिटेशन इन-विट्रो या सीएपीए-आईवीएम, सस्ता और सैद्धांतिक रूप से सुरक्षित है, क्योंकि इसमें महिलाओं को हार्मोन की कम दवाएं देनी पड़ती है। यह प्रक्रिया अपने शुरुआती चरण में है, इसलिए बहुत कम लोग ही इस बारे में जानते हैं। पिछले हफ्ते, एक ऑस्ट्रेलियाई जोड़े ने इस प्रक्रिया के माध्यम से गर्भित देश के पहले बच्चे का स्वागत किया। महिला लीनना लुटास ने सीएपीए-आईवीएम का उपयोग करके अपने साथी थियो के साथ अपनी बेटी बोनी मेबल को जन्म दिया। इससे पहले दो साल तक बच्चे के लिए ट्राई किया और एक बार आईवीएफ ट्रीटमेंट भी लिया।

जहां एक तरफ पूरे सीतरपुर जिले में क्रिकेट को लेकर लोग बाजार बंद कर रहे, काम से छुट्‌टी ले रहे वहीं दूसरी तरफ सीतापुर में वर्ल्ड कप 2023 के आज होने वाले भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के मैच को लेकर क्रिकेट प्रेमियों में काफी उत्साह दिखाई दे रहा है। शहर के सीता राम मंदिर पर क्रिकेट प्रेमियों ने धर्मगुरुओं के साथ मिलकर हवन पूजन कर भारत की जीत के लिए भगवान से प्रार्थना की। हारमोनियम और वाद यंत्रों की धुन पर जीतेगा भई जीतेगा भारत जीतेगा की धुन पर गानों के साथ हवन पूजना किया। कुछ क्रिकेट प्रेमी ने भारत की जीत के लिए व्रत भी रखा है।

आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप का फाइनल आज 19 नवंबर को खेला जाना है। इसको लेकर के सीतापुर जिले में दुकानदारों ने अपनी दुकान 2:00 बजे के बाद बंद करने का ऐलान कर रखा है। इतना ही नहीं व्यापार मंडल में यह भी बोला है कि लोग बाजार में घंटाघर के पास बड़ी स्क्रीन लगाकर लोगों को क्रिकेट वर्ल्ड कप का फाइनल दिखाया जाएगा। लोगों में यह उत्सव देखने योग्य लग रहा है। कितना बड़ा दिन होगा और करोड़ों लोगों की उम्मीद को लेकर के आज भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया से वर्ल्ड कप का फाइनल खेलने उतरेगी। यहां के लोगों का कहना है कि भारतीय टीम का जो प्रदर्शन पिछले 10 माचो में बना रहा है, वही इस मैच में भी देखना चाहिए।हम लोग टीम का उत्साह बढ़ाने के लिए सभी काम धाम बंद करके बड़ी स्कीम लगाकर ढोल नगाड़ों के साथ मैच का आनंद लेंगे।

दिन 19 नवंबर सुनहरे अक्षरों में लिखने की तैयारी पर भारतीय टीम आज क्रिकेट वर्ल्ड कप का फाइनल खेलने उतरेगी। इसको ले करके सीतापुर जिले में लोग बहुत ही उत्साहित है। इतना ही नहीं किसान लोग भी खेती छोड़कर के पहले से ही बड़ी-बड़ी स्क्रीन लगा करके मैच देखने के इच्छुक हैं। सीतापुर जिले में कई पीवीआर में इंडिया-ऑस्ट्रेलिया का मैच लाइव दिखाया जाएगा। बड़ी स्क्रीन पर लोग मैच देखने के लिए ज्यादा से ज्यादा पैसा खर्च करने को भी तैयार है। यहां लोगों में इतना उत्साह है कि लोग पटाखे खरीद कर आतिशबाजी की भी तैयारी कर रखी है।

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