मिश्रिख (संवाद)। ब्लॉक क्षेत्र की बिनौरा ग्राम पंचायत में एक प्रकरण की जांच के लिये हाईकोर्ट ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, खंड विकास अधिकारी और एडीओ पंचायत को जांच अधिकारी नामित किया था। जांच के लिये सोमवार 11 दिसंबर का दिन निर्धारित हुआ था। सोमवार को ग्रामीण व शिकायतकर्ता दिन भर अधिकारियों का इंतजार करते रहे। लेकिन अधिकारी नहीं पहुंचे। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने जांच अधिकारियों पर ही कार्रवाई की मांग की। ब्लॉक की ग्राम पंचायत बिनौरा निवासी जाबिर अली, इशाक व सप्तार ने पूर्व प्रधान जमीला व ग्राम विकास अधिकारी रजनीश सिंह, एडीओ पंचायत व पूर्व प्रशासक अमित चतुर्वेदी के विरुद्ध उच्च न्यायालय लखनऊ खंडपीठ में एक वाद दायर किया। इसमें प्रधान के अधिकार का दुरुपयोग व अधिकारियों की लापरवाही की जांच करने की मांग की गई। इस वाद की सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने शिकायती शपथ पत्र के बिंदुओं की जांच करने के लिये जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व खंड विकास अधिकारी मिश्रिख को नामित किया।
सीतापुर। मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले का आयोजन रविवार को जिले के 66 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर किया गया। इस दौरान करीब 3600 मरीजों ने विभिन्न बीमारियों का इलाज करवाया। यह मेला शहर से लेकर ग्रामीण स्तर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर लगा। सुबह के समय केंद्रों पर भीड़ नजर आई। वहीं दोपहर में सन्नाटा पसर गया। इस दौरान बुखार, खांसी, दमा, हृदय रोग, चर्म रोग व आंख से संबंधित बीमारियों के मरीज पहुंचे। चिकित्सकों ने इन मरीजों को प्राथमिक तौर पर इलाज किया। पांच दिन की दवा दी। साथ ही जिला अस्पताल व सीएचसी से जांच करवाने की बात कही। सीएमओ डॉ. हरपाल सिंह ने बताया कि मेले में मरीजों का बेहतर इलाज किया गया है। पीएचसी पर महज प्राथमिक जांच की ही सुविधा रहती है। जांच के लिए मरीज सीएचसी व जिला अस्पताल भेजे जाते हैं।
सीतापुर। जिले के वासियों व आस पास के लोगों के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी रेलवे ने दे दी है। अब शहर वासियों को कई सारी ट्रेनों की सौगात मिलने वाली है। गैर जनपदों में होने वाले दोहरीकरण व अन्य मरम्मत कार्य होने के चलते कई ट्रेनों का मार्ग परिवर्तन किया गया है। इसके चलते छह ट्रेनें सीतापुर से गुजरेंगी। इससे यहां के यात्रियों को लंबे सफर के लिए राहत भी मिलेगी। यह ट्रेनें सोमवार से नए रूट पर चलाई जाएंगी। पूर्वोत्तर रेलवे केे लखनऊ मंडल पर बाराबंकी-अयोध्या-शाहगंज-जफराबाद रेलखंड दोहरीकरण का कार्य किया जा रहा है। हाल ही में सीतापुर से शाहजहांपुर चलने वाली पैसेंजर ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया था। लेकिन इन ट्रेनों के संचालन से उनको काफी राहत मिलेगी।
सीतापुर। पहाड़ों पर बर्फबारी से हवा में ठंड घुलने लगी है। तेज सर्द पछुआ हवाओं के असर से सर्दी बढ़ती जा रही है। पिछले चार दिनों में रात का पारा छह डिग्री लुढ़क गया। शाम ढलते ही ठंड बढ़ने से सड़कों पर सन्नाटा पसरने लगा है। इसके बावजूद प्रशासन की ओर से अब तक न रैन बसेरे शुरू किए गए हैं और न ही अलाव की व्यवस्था हो सकी है। रविवार को दिन में 11 किमी प्रति घंटे की गति से सर्द हवाएं चलीं। इससे धूप के बीच भी सिहरन का अहसास हुआ। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार रविवार को अधिकतम तापमान 24 डिग्री व न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। उधर, रात में गलन शुरू होने के बाद भी रैन बसेरों व अलाव की व्यवस्था नहीं की जा सकी है। पिछले साल शहर के लालबाग चौराहे, जीआईसी व रोडवेज बस स्टैंड पर रैन बसेरे की व्यवस्था कराई थी। इन रैन बसेरों में काफी संख्या में लोग रातें गुजारते थे। वहीं सभी तहसीलों पर भी रैन बसेरों बने थे, लेकिन इस वर्ष दिसंबर के दूसरे सप्ताह तक भी रैन बसेरे शुरू नहीं हो सके हैं।
लहरपुर। किवानी नदी पर बना पुल क्षतिग्रस्त है। वहीं तंबौर जाने के लिए वैकल्पिक संपर्क मार्ग बनाने का काम भी धीमी गति से चल रहा था। इस वजह से टूटे पुल से ही वाहन गुजर रहे थे। अमर उजाला ने दो नवंबर को खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद अवर अभियंता बाबूराम ने क्षतिग्रस्त पुल से छोटे-बड़े सभी वाहनों का आवागमन रोक दिया था। अब संपर्क मार्ग बनाने का काम तेज कर दिया गया है। संकेत सूचक बोर्ड लगाकर संपर्क मार्ग से गुजरने की अपील की है। वहीं स्थानीय नागरिकों ने बताया कि खबर छपने के बाद विभाग ने जर्जर पुल पर जाने के लिए एक अस्थायी अवरोध लगाया है।
जनपद सीतापुर में ई रिक्शा एक समस्या बनती हुई जा रही है आम नागरिकों को अच्छी खासी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है अच्छी बात तो यह है कि पहले ई रिक्शा सवारी का अच्छा साधन हुआ करते थे पर से आने वाले लोगों को साधन उपलब्ध हो जाता था अब जाम का कारण भी बना रहे हैं
लहरपुर। जिले के प्राथमिक विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों का निपुण आकलन जारी है। बृहस्पतिवार को क्षेत्र के 40 विद्यालयों में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान की टीमों ने आकलन किया। इस दौरान डेढ़ हजार छात्र-छात्राओं की शैक्षिक गुणवत्ता को जांचा गया। इसके बाद एप से उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी गई। प्रत्येक न्याय पंचायत में पांच संकुल शिक्षक नामित हैं। उन्हें अपने विद्यालयों को 31 दिसंबर तक निपुण लक्ष्य प्राप्त कराने का दायित्व दिया गया है। उसकी हकीकत जानने के लिए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान खैराबाद द्वारा टीमें भेज कर जांच कराई गई। बृहस्पतिवार को विभिन्न टीमों द्वारा 40 विद्यालयों के कक्षा एक से तीन तक लगभग 1,450 बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता की निपुण लक्ष्य एप के माध्यम से ऑनलाइन जांच हुई। इसके बाद आख्या उच्च अधिकारियों को भेजी गई।
महमूदाबाद/सीतापुर। किसान सहकारी चीनी मिल महमूदाबाद का टरबाइन प्रेशर नहीं बना पा रहा है। लिहाजा, बृहस्पतिवार को तमाम कोशिशों के बाद भी मिल चालू नहीं हो सकी। उद्घाटन के सात दिन बाद भी पेराई शुरू न हो पाने का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। मिल गेट पर तीन दिनों से गन्ने की तौल कराने के लिए खड़े तमाम किसानों की उम्मीदें फिर टूट गईं। एक दिसंबर को महमूदाबाद चीनी मिल का उद्घाटन एसडीएम शिखा शुक्ला ने किया था। इसके बाद से मिल में पेराई शुरू किए जाने की तमाम कवायदें अब तक बेनतीजा रहीं। मिल प्रशासन ने सात दिसंबर से पेराई शुरू करने का दावा करते हुए इंडेंट जारी कर दिया था। इसके बाद किसान अपना गन्ना लेकर मिल गेट पर पहुंचने लगे। कुछ किसानों के गन्ने की तौल कराई गई, इससे यार्ड में पांच से छह हजार क्विंटल गन्ना डंप पड़ा है।
इमलिया सुल्तानपुर/ सीतापुर। प्रदेश के संसदीय कार्य, चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा, स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, मातृ तथा शिशु कल्याण राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह शुक्रवार को जिले की स्वास्थ्य सुविधाओं की नब्ज टटोलने शुक्रवार को आएंगे। जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बृहस्पतिवार देर रात तक उनके स्वागत की तैयारियों में जुटे रहे। इस दौरान वे एलिया ब्लॉक के इमलिया ग्राम पंचायत में विकसित भारत संकल्प यात्रा में शामिल हाेंगे। ग्रामीणों ने बताया कि राज्यमंत्री के द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ विकास खंड ऐलिया के इमलिया सुल्तानपुर बीआरसी प्रांगण में होगा।
सीतापुर। जिले में यातायात के नियमों को तोड़ने वालों पर शिकंजा कसने के लिए परिवहन विभाग ड्राइविंग लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई कर रहा है। इसमें ओवरस्पीडिंग, ओवरलोडिंग, मालवाहक गाड़ियों में व्यक्तियों को ढोना, वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग, नशे में ड्राइविंग, सीट बेल्ट न लगाना व अन्य यातायात के नियमों को तोड़ना शामिल किया गया है। जिन व्यक्तियों का तीन बार से अधिक ऐसी ही किसी वजह से चालान हुए हैं, उनके लाइसेंस निरस्त किए जा रहे हैं। इस तरह की कार्यवाही तेजी से करने के लिए परिहवन आयुक्त का पत्र भी एआरटीओ कार्यालय पहुंच गया है। एआरटीओ माला बाजपेई ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट की कमेटी ऑन रोड सेफ्टी के निर्देश के बाद यह कार्रवाई की जा रही है। जनवरी से अब तक 156 ऐसे व्यक्तियों का ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त किया गया है।