सीतापुर। 27 परिषदीय विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को दिसंबर की तनख्वाह नहीं मिलेगी। बीएसए ने लापरवाही बरतने के मामले में इनका वेतन रोक दिया है। टाइम एंड मोशल स्टडी को लेकर 12 पंजिकाओं को ऑनलाइन करने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन 27 प्रधानाध्यापकों ने इसका पालन नहीं किया। समीक्षा में बीएसए को इन विद्यालयों की प्रगति शून्य मिली। बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह ने 27 प्रधानाध्यापकों का दिसंबर माह का वेतन रोक दिया है। इनमें बिसवां विकासखंड के कंपोजिट विद्यालय परसेहरा, कंपोजिट विद्यालय पिपरी बेनी सिंह, प्राथमिक विद्यालय रामकुंड, उच्च प्राथमिक विद्यालय रामकुंड, प्राथमिक विद्यालय मैजीपुरवा, पहला विकासखंड का रसूलपुर तराई, टोखरपुर, पलिया, मुबारकपुर, पारा प्रसादीपुर, हरगांव का तिल्लापुर, बेनीपुर, कंपोजिट विद्यालय राजेपुर, उल्लाजर, हिलालपुर, कंपोजिट विद्यालय खुशियारी, कैमा, रेउसा विकासखंड का प्राथमिक विद्यालय भगनावा प्रथम, भगनावा द्वितीय, बंभनेवा, रेउसा प्रथम व द्वितीय, सकरन विकासखंड का प्राथमिक विद्यालय सेमराकलां, आरीपुरवा, इस्माइलपुर, अमेरिती विद्यालय शामिल है।

महाराजनगर। बिसवां तहसील क्षेत्र के सकरन विकास खंड में स्थित महाराजनगर दशहरा तालाब के सौंदर्यीकरण कार्य के लिए आया बजट कागजों पर खर्च हो गया। वहीं, सौंदर्यीकरण के अभाव में तालाब बदतर होता गया। ग्रामीणों ने इस बंदरबांट की जांच के लिए शासन को पत्र लिखा है। मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना के तहत महाराज नगर दशहरा मेला प्रांगण व तालाब सौंदर्यीकरण कार्य योजना के लिए 49 लाख 97 हजार रुपये का प्रस्ताव भेजा गया था। शासन ने इस प्रस्ताव के सापेक्ष 49 लाख 18 हजार रुपये की स्वीकृति दी। इसकी प्रथम किस्त के रूप में 24 लाख 59 हजार रुपये की धनराशि जारी की गई। इस धनराशि से तालाब का सौंदर्यीकरण होना था। यह पैसा कागजों पर ही खर्च हो गया। तालाब की स्थिति जस की तस बनी हुई है।

सीतापुर। अहमदनगर स्थित श्री कृष्णा कॉलेज में स्नातक व लॉ की परीक्षाओं का मखौल बना दिया गया है। यहां परीक्षार्थी बेरोकटोक मोबाइल से नकल कर पेपर हल करते हैं। सोमवार को एक परीक्षार्थी ने परीक्षा कक्ष का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इसके बाद कॉलेज प्रशासन में हड़कंप मच गया। हालांकि, कॉलेज प्रशासन मामले पर सफाई देते हुए इसे आंतरिक परीक्षा बता रहा है। जबकि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में एक परीक्षार्थी अपना पेपर व कॉपी भी दिखा रहा है। कॉपी पर बड़े अक्षरों में एलयू लिखा है। इससे स्पष्ट होता है, कि परीक्षा लखनऊ विश्वविद्यालय से संबंधित स्नातक की हो सकती है। परीक्षा कक्ष से वीडियो वायरल करने वाले छात्र ने इसे पहले फेसबुक पर भी लाइव किया। जिसमें उसने सामूहिक नकल की बात स्वीकारी। यह भी बताया कि सभी परीक्षार्थी मोबाइल के जरिए नकल कर पेपर हल कर रहे हैं। हालांकि बाद में कॉलेज प्रशासन ने छात्र पर सख्ती कर उसके फेसबुक से वीडियो डिलीट करा दिया।

सीतापुर। भीषण ठंड में शेल्टर होम तक पहुंचने के लिए जरूरतमंदों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। नगर पालिका इस बार मुसाफिरों को ई-रिक्शा के माध्यम से शेल्टर होम तक पहुंचाएगा। इसके बदले मुसाफिरों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। नगरपालिका ने इसके लिए टोल फ्री नंबर जारी कर दिया है। यह व्यवस्था तत्काल प्रभाव से शुरू कर दी गई है। ठंड में लोगों को बचाने के लिए नगरपालिका ने शहर में चार रैन बसेरे बनाए हैं। साथ ही कोट कजियारा मोहल्ला में स्थाई रैन बसेरा बनाया गया है। इस बार लोगों को रैन बसेरे तक पहुंचने के लिए कोई परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी। स्थाई रैन बसेरा कोट कजियारा मोहल्ले के अंदर होने से वहां पर रात में आने-जाने में दिक्कत होती थी। अब यह समस्या दूर हो गई है। नगरपालिका ने इसके लिए एक ई-रिक्शा चलवाया है। इस ई-रिक्शा के पीछे एक मोबाइल नंबर प्रदर्शित किया गया है। इस नंबर पर कॉल करने पर ई रिक्शा जरूरतमंद को रैन बसेरे तक पहुंचाएगा। यह ई-रिक्शा रोडवेज बस स्टेशन व रेलवे स्टेशन के पास मौजूद रहेगा।

सीतापुर। रबी की फसलों की बोआई के बाद अब पहली सिंचाई की दरकार है। तमाम दावों के बाद भी नहरों में पानी नहीं आ पाया है। मजबूरन किसान निजी संसाधनों से सिंचाई कर रहे हैं। उन्हें 300 रुपये प्रति बीघा तक खर्च करने पड़ रहे हैं। किसानों की जेब पर बोझ के साथ फसल की लागत भी बढ़ रही है। जिले में रबी की फसलों की बोआई का लक्ष्य दो लाख 93 हजार 69 हेक्टेयर निर्धारित है। लक्ष्य के सापेक्ष अब तक 87.81 प्रतिशत बोआई कर ली गई है। गेहूं की बोआई लक्ष्य के सापेक्ष 83 फीसदी हो चुकी है। जौ की 98 फीसदी जबकि चना, मटर, मसूर, सरसों, अलसी, तोरिया व मक्का की बोआई शत-प्रतिशत पूरी हो गई है। गेहूं व सरसों आदि की फसलों में किसान पहली सिंचाई कर रहे हैं। लेकिन नहरें सूखी होने से किसानों को निजी संसाधनों का सहारा लेना पड़ रहा है। किसानों का कहना है कि पंपिंग सेट व समरसेबिल से सिंचाई करने पर उन्हें 300 रुपये प्रति बीघा तक खर्च करने पड़ रहे हैं।

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*सामूहिक विवाह के लिए 850 आवेदन मिले पात्र* सीतापुर। सामूहिक विवाह योजना के तहत 850 आवेदन पात्र मिले हैं। सामूहिक विवाह इस माह के अंतिम सप्ताह या अगले साल की शुरुआत में होगा। इसके लिए संबंधित परिवारों की ओर से ऑनलाइन आवेदन किए जा रहे हैं। अभी तक आए आवेदनों की जांच में संबंधित बीडीओ और ईओ ने तकरीबन 850 आवेदनों को सही पाया है। इन्हें जिला समाज कल्याण अधिकारी को भेजा गया है। सीएम सामूहिक विवाह योजना के तहत जरूरतमंद बेटियों का विवाह सरकारी खर्च पर कराया जाता है। इसके लिए ऑनलाइन प्राप्त 1486 आवेदनों में से 850 को पात्र मिले हैं। अब जिला समाज कल्याण अफसर की ओर से इन पात्र आवेदनों का परीक्षण किया जाएगा। इसके बाद इसे लॉक किया जाएगा और सूचना लाभार्थी को भेजी जाएगी। साथ ही विवाह के लिए तय तिथि की जानकारी दी जाएगी। बेहटा ब्लॉक में सर्वाधिक 63 आवेदन पात्र मिले हैं। महमूदाबाद नगर पालिका में सबसे कम नौ आवेदन पात्र हैं।

सीतापुर। रामकोट के हुमायूंपुर में 10 साल से बिजली आ रही है। लेकिन घरों में मीटर नहीं लगे हैं। अभियान चलाकर गांव के 54 घरों में बिजली के मीटर लगाए गए। अब इन उपभोक्ताओं को मीटर रीडिंग के अनुसार ही बिजली का बिल देना पड़ेगा। विद्युत वितरण मंडल द्वितीय के तहत हुमायूंपुर में लगातार राजस्व का नुकसान हो रहा था। खपत के अनुसार राजस्व नहीं आ रहा था। लाइनलॉस के चलते बिजली विभाग ने गांव में चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान घरों में अनुमानित बिल आ रहे थे। एक किलोवाट के कनेक्शन पर तीन से चार किलोवाट का लोड मिला। इस पर गांव के 54 उपभोक्ताओं के घर मीटर लगवाए गए। ग्रामीणों ने पहले मीटर लगवाने से आनाकानी की। उसके बाद अफसर ने सख्ती की। इसके बाद पूरे गांव में मीटर लगवा दिए गए।