मनरेगा में भ्रष्टाचार किसी से छुपा हुआ नहीं है, जिसका खामियाजा सबसे ज्यादा दलित आदिवासी समुदाय के सरपंचों और प्रधानों को उठाना पड़ता है, क्योंकि पहले तो उन्हें गांव के दबंगो और ऊंची जाती के लोगों से लड़ना पड़ता है, किसी तरह उनसे पार पा भी जाएं तो फिर उन्हें प्रशासनिक मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इस मसले पर आप क्या सोचते हैं? क्या मनरेगा नागरिकों की इच्छाओं को पूरा करने में सक्षम हो पाएगी?
पन्ना जिले में बेरोजगारी की समस्या इस कदर विकराल रूप धारण कर चुकी है कि जिले के बेरोजगार बीवी और बच्चों के साथ दूसरे राज्यों में रोजी-रोटी की तलाश में भटक रहे हैं। इसी का फायदा उठाते हुए कुछ मानव तस्कर भी सक्रिय हो चुके हैं ऐसा ही मामला अमानगंज तहसील अंतर्गत रामपुर का सामने आया है यहां के गरीब बेरोजगार लोगों को जबलपुर में सड़क निर्माण कार्य के नाम पर गुलाब हक्के नाम का व्यक्ति ट्रक में लगभग 65 लोगों को पशुओं की तरह भरकर कर्नाटक ले गया जहां गन्ने के खेत में काम पर लगा दिया गया दिन-रात काम करवाने के बाद भी केवल एक टाइम का खाना देते रहे बीमार होने पर इलाज करवाने की भी छुट्टी नहीं देते थे विरोध करने पर यातना भी देते रहे। परेशान होकर बंधक मजदूरों के द्वारा अपने गांव के लोगों से संपर्क किया गया। जानकारी मिलने पर जन साहस संस्था के सदस्यों ने मामले को गंभीरता से लेकर अमानगंज थाना में एफआईआर दर्ज करवाई और उसके बाद कर्नाटक पहुंचे जहां स्थानीय प्रशासन की मदद से मजदूरों को मुक्त करवाया गया। 11 जनवरी 2024 को जन साहस संस्था के सदस्यों के द्वारा पीड़ित मजदूरों के साथ कलेक्टर को आवेदन सौंप कर मजदूरों के पुनर्वास की मांग उठाई गई है। यह कोई पहला मामला नहीं है इससे पहले भी महाराष्ट्र, कर्नाटक, पंजाब, हरियाणा आदि में मजदूरों को बंधक बनवाकर काम करवाया जाता रहा इस प्रकार के मामले लगातार सामने आने के बावजूद जिले में रोजगार के कोई साधन नहीं होने एवं मनरेगा के अधिकांश काम मजदूरों के बजाय मशीनों से करवाने की वजह से जिले से पलायन जारी है।
जनपद पंचायत शाहनगर की ग्राम पंचायत सर्रा का मामला मजदूरों की जगह मशीन से कराया जा रहा है हो रहा भ्रष्टाचार लाखों रुपए का सचिव सरपंच उपयंत्री की सहमति से नहीं है कोई देखने वाला मजदूर की हालत शाहनगर. पन्ना पन्ना जिले की जनपद पंचायत शाहनगर एक ऐसी पंचायत है जहां पर मजदूरों की जगह मशीनों से कार्य करने की परंपरा कभी बंद नहीं हो सकती हमेशा और दिन पर दिन दुगनी होती जा रही है और मजदूर मजदूरी के लिए दर-दर भटक रहे हैं और क्षेत्र छोड़ अन्य राज्य एवं क्षेत्र को पलायन कर रहे हैं जिसका उदाहरण ग्राम पंचायत सर्रा में देखने को मिला कि पूर्व से बनी ग्राम जमडा में भूपत सिंह गोड़ के घर के पास बाली तलेया में मसीन से कार्य कराया जा रहा है और मजदूर मजदूरी के लिए दर-दर भटक रहे हैं गांव के लोगों ने यह भी बताएं कि यह तलैया में पूर्व में भी कार्य लगा था इसके बाद पुनः दोबारा अन्य जगह के लिए आये परकोलेशन टैंक निर्माड को पुनः मशीन से कार्य करा कर नवीन कार्य दर्शाया जा रहा है जिसकी लागत लाखों रुपए की है और सरपंच सचिव उपयंत्री मिलकर लाखों रुपए का भ्रष्टाचार खुले आम कर रहे हैं इतना ही नहीं ग्राम पंचायत सचिव केदार यादव भी मौके पर खड़े हुए दिखे जहां की तलैया में मशीन से निर्माण कार्य हो रहा है आखिर किसकी सह पर सरपंच सचिव इस तरह का खुला भ्रष्टाचार कर रहे हैं क्या इनको किसी का डर भय है नहीं है या की फिर इनको संबंधित अधिकारियों का खुला संरक्षण है की मशीन से कार्य कराये और मजदूरों को दर-दर भटकने दे क्या यही भाजपा सरकार की नीति है की मजदूर पलायन करे ओर अधिकारी कर्मचारी मशीन से कार्य करा कर अपनी जेबे भरे क्या इस ओर ध्यान दिया जाएगा जनप्रतिनिधियों के द्वारा या की ओर छूट दी जाएगी देखना यह होगा
कटरिया के 22 मजदूर महाराष्ट्र के कोल्हापुर में फंसे पुलिस ने सभी को लाया घर वापस कटनी जिले के ढीमरखेड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत क्षेत्र कटरिया से रोजी-रोटी के लिए गांव छोड़कर महाराष्ट्र के 'कोल्हापुर में मंजदूरी करने पहुंचे 22 मजदूर फंस गए है गांव वापस आने के लिए न तो उनके पास रुपए है और न ही उन्हें आने दिया जा रहा है मजदूरों के परिजनों ने ढीमरखेड़ा थाना पहुंचकर इसकी शिकायत की है परिजनों ने पुलिस से गुहार लगाई है कि सभी मजदूरों को सुरक्षित घर वापस लाया जाए थाना पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम कटरिया के 22 मजदूर गन्ना काटने का काम करने 4 दिसंबर को महाराष्ट्र के कोल्हापुर गए हुए थे सिहोरा बनखेड़ी निवासी चौधरी संतोष चौधरी और एक अन्य महिला के द्वारा मजदूरों को काम करने ले जाया गया था मजदूरों ने फोन करके मारपीट और प्रताड़ना की जानकारी परिजनों को दी जिसके बाद वे पुलिस तक शिकायत लेकर पहुंचे। परिजनों की शिकायत के बाद पुलिस ने मोबाइल नंबर पर मजदूरों से संपर्क किया तो उन्होंने प्रताड़ित करने व मजदूरी न मिलने की जानकारी दी
मेरा गांव मेरी पहचान कार्यक्रम के तहत आज हमसे खास बातचीत करने व अपनी राय देने के लिए जुड़े ग्राम खूटाम्बा के निवासी सौरभ यादव जी।
ग्रामवाणी की इंटरव्यू सीरीज "क्या हाल विधायक जी में विधानसभा क्षेत्र बैतूल जिले की भैंसदेही से विधायक धरमू सिंह सिसराम से बृजेश शर्मा की बातचीत .