इस कार्यक्रम में हम जानेंगे जल संरक्षण और ऊर्जा बचत से जुड़ी सरकारी योजनाओं के बारे में। साथ ही, यह कार्यक्रम बताएगा कि आप इन योजनाओं का लाभ कैसे उठा सकते हैं और अपने गाँव के विकास में कैसे योगदान दे सकते हैं। स्वच्छ पानी और सतत ऊर्जा के महत्व को समझते हुए, हम एक बेहतर कल की ओर कदम बढ़ाएंगे। क्या जल सरंक्षण की योजनाओं के बारे में आपने भी सुना है, क्या आप इन योजनाओं का लाभ आपने भी उठाया है, क्या आपके गाँव में जल सरंक्षण की कोई प्रेरणादायी कहानी है ?
यह एपिसोड बताता है कि हम अपने रोज़मर्रा के जीवन में कैसे छोटे-छोटे बदलाव करके बिजली और पानी बचा सकते हैं। इससे न सिर्फ हमारा खर्च कम होगा, बल्कि हम अपनी धरती की भी रक्षा कर पाएंगे। आसान तरीकों से हम सभी मिलकर पर्यावरण को बचाने में मदद कर सकते हैं।क्या आपने भी अपनी ज़िन्दगी में कुछ ऐसे बदलाव किए हैं? अगर हाँ, तो हमें बताइए।
भीषण गर्मी और लू के कारण स्वास्थ्य, पर्यावरण, कृषि और अर्थव्यवस्था पर गंभीर प्रभाव पड़ रहे हैं, इन सभी खतरों से निपटने के लिए हमें तैयारियां करनी होंगी।
गर्मी से बचने के लिए सभी जरुरी कदम उठाने होंगे | बिजली का जरुरत से ज्यादा इस्तेमाल ना करें, पानी का सही इस्तेमाल करें और जब तक ज़रूरी ना हो, घर से बाहर धुप में ना निकले |
चंदेना गांव के खेतों में झुल रही बिजली लाइनें बन सकती हादसों की बजह,किसान ने वीडियो जारी कर मेंटिनेंस की मांग की मड़ियादो सब स्टेशन अंतर्गत आने वाले चंदेना गांव में खेतों से निकली बिजली लाइन मेंटिनेंस और देखरेख के अभाव में नीचे झूल रही है,हादसों की आशंका और सुधार कार्य की मांग करते हुए परेशान किसान ने बिजली विभाग का ध्यानाकर्षण कराया है। बताया है कि बिजली के तार खेत जी जमीन से महज कुछ ऊंचाई पर लटक रहे जिससे उन्हें कृषि कार्यों में परेशानी हो रही खेतो में ट्रैक्टर और अन्य वाहन लाइन से टकराने से करंट का खतरा है, बिजली अमले को सूचना के बाद भी सुधार कार्य नही किया जा रहा है।
मध्यप्रदेश राज्य के पन्ना जिला से हिम्मत खान मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि उनके साथी कार्यकर्त्ता अतुल राघवर के द्वारा कुछ दिन पहले मोबाइल वाणी पर एक खबर प्रकाशित किया था। जिसमें बताया गया था कि कैसे स्ट्रीट लाईट ख़राब होने के कारण पन्ना की गलियाँ अंधेरी हो गई हैं और स्ट्रीट लाईट न जलने से राहगीरों को आवाजाही में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है । इस खबर को संबंधित अधिकारियों के साथ साझा किया गया था , जिसके बाद जिला नगरपालिका के संबंधित अधिकारियों को सूचित किया गया था। जिसका असर यह हुआ कि पन्ना जिला नगरपालिका के संबंधित अधिकारियों द्वारा त्वरित कार्रवाई की गई और स्ट्रीट लाईट में सुधार का काम शुरू कर दिया गया। अब पन्ना में कई सड़कों पर स्ट्रीट लाईट ठीक किया जा रहा है।स्ट्रीट लाइटें जलने से राहगीरों की समस्या भी ख़त्म हो गई है। स्थानीय निवासी खुश हैं और मोबाइल वाणी को धन्यवाद दे रहे हैं।
उमरिया में बिजली का ट्रांसफार्मर ख़राब होने से अंधेरे में ग्रामीण रह रहे है और शिकायत भी की गई है लेकीन विभाग के द्वारा बिजली का ट्रांसफार्मर नहीं बदला जा रहा है ऐसे में बच्चों की परीक्षाएं भी चल रही है जिससे बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है यहां के ग्रामीणों ने विभाग को लिखित शिकायत की है लेकिन निराकरण नहीं हुआ है मामला ग्राम पंचायत उमरिया का है जहां बिजली का ट्रांसफार्मर खराब होने से ग्रामीण परेशान हो रहे हैं लेकिन विभाग के द्वारा अभी तक बिजली का ट्रांसफार्मर नहीं बदल गया है
Transcript Unavailable.
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स्ट्रीट लाइटें खराब होने से नगर के अधिकांश मुख्य मार्गों व गलियों में अंधेरा कायम पवित्र नगरी के अंधेरे नगरी जैसे हालात हीरों वीरों झीलों मंदिरों और बाघों के लिए विश्व विख्यात पवित्र नगरी पन्ना को लगभग डेढ़ दशक पूर्व प्रदेश के मुखिया के द्वारा पवित्र नगरी घोषित किया गया था। लेकिन अब यह पवित्र नगरी अंधेर नगरी की राह पर चल पड़ी है। नगर की अधिकांश स्ट्रीट लाइटें खराब होकर बंद हो चुकी हैं, और कुछ लपलपा रही हैं। गिनी चुनी लाइटें ही सलामत हैं। नगर के प्रमुख धार्मिक स्थलों, विद्यालयों, बैंकों, हॉस्पिटल, बस स्टैंड, पार्क सहित अधिकांश मुख्य मार्गों एवं चौराहों के भी यही हाल हैं। घरेलू एलईडी वल्व में भी कम से कम एक वर्ष की गारंटी मिलती है। फिर सरकारी पैसों से खरीदी जाने वाली महंगी स्ट्रीट लाइटें महीने भर में क्यों खराब हो जाती हैं। अगर खराब हो भी जाती हैं तो समय पर सुधारी या बदली क्यों नहीं जाती। विद्युत व्यवस्था के लिए लगे नगर पालिका के कर्मचारी और वाहन किस उपयोग में लिए जा रहा हैं। सबसे अधिक भीड़भाड़ वाले नगर के आराध्य भगवान श्री जुगल किशोर मंदिर प्रांगण, बस स्टैंड और अस्पताल प्रांगण की लाइटें भी खराब हैं। सिविल लाइन क्षेत्र जहां जज, मजिस्ट्रेट, जिला पंचायत सीईओ सहित कई प्रमुख अधिकारियों के आवास, सांसद सुविधा केंद्र और विधायक कार्यालय है। यहां भी यही हाल देखे जा रहे हैं। शाम होते ही नगर के मुख्य मार्ग चौराहे और गालियां अंधेरे में डूब जाती हैं। ऐसे में पैदल राहगीरों का रास्ते में चलना मुश्किल हो जाता है। इसके बावजूद नगर पालिका के जिम्मेदार अधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों के द्वारा इस अव्यवस्था एवं लापरवाही को नजरअंदाज किया जा रहा है। इस प्रकार पवित्र नगरी अब अंधेर नगरी की राह पर चल पड़ी है।