पवित्र नगरी के बाद मिनी स्मार्ट सिटी का दर्जा प्राप्त कर चुकी हीरों की नगरी पन्ना में 2 बस्तियों के बीच नदी में पुल नहीं होने से यहां के लोगों को पानी में उतरकर नदी को पार करना पड़ता है। आजादी के 77 सालों बाद भी हीरों की नगरी पन्ना के हाल बेहाल हैं। मामला पन्ना नगर पालिका अंतर्गत वार्ड क्रमांक 11 के आगरा मोहल्ला और वार्ड क्रमांक 26 के टगरा बस्ती के बीच बहने वाली किलकिला नदी का है। जहां पुल नहीं होने से 3 बस्तियों के लोग परेशानियों से जूझ रहे हैं। बता दें कि वार्ड क्रमांक 26 की टगरा बस्ती, हीरापुर और टपरिया के अधिकतर लोग इसी मार्ग से आवागमन करते हैं। इन बस्तियों में मुख्य रूप से मजदूर या फिर हाथ ठेला, ऑटो रिक्शा या छोटे-मोटे कामकाज करने वाले लोग रहते हैं जो सुबह काम पर निकलने के बाद देर रात को वापस लौटते हैं। रास्ते में स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था भी नहीं है, ऐसे में रात के अंधेरे में बिना पुल की नदी पार करना मुश्किलों से भरा होता है। कई बार यहां पैदल राहगीर एवं साइकिल से आने जाने वाले दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं। बारिश के दिनों में जब नदी में पानी अधिक होता है तो यह रास्ता पूरी तरह से बंद हो जाता है। ऐसे में यदि आगरा मोहल्ला में मुस्लिम समाज के किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो टगरा बस्ती के पास स्थित कब्रिस्तान तक जाने के लिए 2 किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ता है। जो काफी परेशानी से भरा होता है, यहां के लोगों के द्वारा कई बार शासन प्रशासन से पुल निर्माण की मांग की गई लेकिन अभी तक किसी के भी द्वारा ध्यान नहीं दिया गया जिससे समस्या बरकरार है।