भारत में जहां 18वीं लोकसभा के लिए चुनाव हो रहे हैं। इन चुनावों में एक तरफ राजनीतिक दल हैं जो सत्ता में आने के लिए मतदाताओं से उनका जीवन बेहतर बनाने के तमाम वादे कर रहे हैं, दूसरी तरफ मतदाता हैं जिनसे पूछा ही नहीं जा रहा है कि वास्तव में उन्हें क्या चाहिए। राजनीतिक दलों ने भले ही मतदाताओं को उनके हाल पर छोड़ दिया हो लेकिन अलग-अलग समुदायो से आने वाले महिला समूहों ने गांव, जिला और राज्य स्तर पर चुनाव में भाग ले रहे राजनीतिर दलों के साथ साझा करने के लिए घोषणापत्र तैयार किया है। इन समूहों में घुमंतू जनजातियों की महिलाओं से लेकर गन्ना काटने वालों सहित, छोटे सामाजिक और श्रमिक समूह मौजूदा चुनाव लड़ रहे राजनेताओं और पार्टियों के सामने अपनी मांगों का घोषणा पत्र पेश कर रहे हैं। क्या है उनकी मांगे ? जानने के लिए इस ऑडियो को सुने

जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग को शादी अनुदान की रकम वापस करनी होगी।

आदिवासियों को जंगल से सूखी जलौनी लकड़ी लेने की अनुमति मिली।

खीरी के 26 आदिवासी गांव का होगा प्राथमिकता से विकास

उत्तरप्रदेश के लखीमपुर जिले के मधुकांत ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया की करीब एक सप्ताह तक चलने वाले जनजातीय गौरव सम्मान समारोह के कार्यक्रमों का शुभारंभ करने बुधवार पूर्वान्ह राज्यपाल आनंदीबेन लखीमपुर पहुंची। पलिया हवाई पट्टी पर उनका केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने जोरदार स्वागत किया। इसके बाद कार से राज्यपाल का काफिला भारत नेपाल सीमा से सटे ढसकिया गांव में पहुंचा। जहां उनका जोरदार स्‍वागत हुआ।

केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी ने कहा कि आदिवासी जनजाति के उत्थान के लिए 24 हजार करोड़ का बजट सरकार ने दिया है ताकि यह समाज सशक्त बन सके। उन्होंने कहा कि 2021-2026 तक 36 हजार गांवों को चिन्हित किया गया है और इन गांवों में से प्रतिवर्ष 75 सौ गांवों के समग्र विकास और उत्थान का कार्य किया जाएगा।

पलियाकलां/चंदनचौकी (लखीमपुर खीरी)। ‘आदिवासी जनजाति के कल्याण के प्रति सरकार प्रतिबद्ध है। अफसर सरकारी योजनाओं का लाभ आदिवासी भाई-बहनों को पहुंचाएं। हमारी और ग्राम प्रधान की जिम्मेदारी है कि पांच वर्ष पूरे करने वाले बच्चे को अंगुली पकड़कर स्कूल पहुंचा जाए। क्षेत्र के बच्चों को अच्छे विद्यालयों एवं हॉस्टलों में 15 दिनों के लिए भेजा जाए जिससे उनका सर्वांगीण विकास हो सके।’ यह बात जनजातीय गौरव दिवस समारोह में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कही।

लखीमपुर खीरी। बुधवार को जनजाति गौरव दिवस को भव्यता के साथ मनाया जाएगा। विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत जनजातीय क्षेत्र में ग्राम धुसकिया से जनजाति गौरव दिवस का आगाज होगा। सुबह 11 बजे राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्रा टेनी क्षेत्रीय विधायक रोमी साहनी के साथ कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे।