एक विडिओ और आडिओ क्लिप बरवापट्टी थानाक्षेत्र के एक युवक द्वारा आज तेजी से वायरल किया जा रहा है जो की बरवापट्टी थाने पर तैनात एस एस आई का कारनामा बताने के लिए काफी हैं। लगभग तीन या चार माह पहले इसी साहब का चैटिंग वायरल हुआ था जिनमे उनकी संलिप्तता प्रमाणित हो रही थी उस चैट में साफ साफ दिख रहा था गाड़ी नंबर के साथ एस एस आई रामनरायण यादव के नंबर पर मैसेज किया गया था और साहब ने व्हाट्सप्प काल किया था जो मिस्ड काल के तौर पर चैट के स्क्रीन शाट में दिख रहा था ।।लेकिन लेडी सिंघम के तौर पर थानाध्यक्ष बरवापट्टी कि पुरे प्रदेश में धूम मचा था शायद इसी वजह से जिम्मेदार लोगो ने कार्रवाई करने से परहेज किया और उस चैटिंग कांड में एस एस आई राम नरायण यादव को क्लीन चिट दे दिया। उस मामले में क्लीन चिट मिलने से साहब का हौसला सातवे आसमान पर जा पहुंचा हैं जिसका नतीजा सामने दिख रहा हैं। विडिओ भेजनें वाले युवक कि माने तो तस्करी के लिए लें जाये जा रहे शराब कि खेप का जब कल रात उसने विडिओ बनाया तो शराब तस्कर ने सीधे थानाध्यक्ष बरवापट्टी के पास फोन किया और बरवापट्टी कि थानाध्यक्ष चुकी छुट्टी पर थी इसलिए उन्होंने एसएसआई को मौके पर भेजा। युवक के मुताबिक एस एस आई ने आते ही सबसे पहले विडिओ बनाने वाले युवक का मोबाइल लें लिए और युवक को ही धमकाने लगे कि इस मामले में तुम्ही को जेल भेज देंगे।युवक के मुताबिक कुछ दिन पहले भी उसने एक पिकप शारब पकड़वाया था जिसे बरवापट्टी पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बजाय पिकप सहित बिहार भेजवा दिया गया इस मामले में सिपाही दीपक कुमार और इस एस एस आई महोदय का पूरा हाथ था ऐसा आरोप युवक लगा रहा हैं। आरोप लगा रहे युवक के आरोप में कितना दम हैं यह तो जाँच के बाद ही पता चल पायेगा लेकिन अगर यह आरोप सही हैं तो इससे शर्मनाक कुछ हो ही नहीं सकता। आरोप लगा रहा युवक सच बोल रहा हैं कि नहीं यह पता लगाने के लिए

उत्तरप्रदेश राज्य के कुशीनगर से विश्वकर्मा पड़ोना खुशी नगर आप सुन रहे हैं मोबाइल कार आर . टी . आई . कोटवा मार्ग खराब स्थिति में है जैमदार बताते रहे और नेबुआन औरंगा ब्लॉक में आर . टी . आई . से कठुआ तक नहर के रास्ते पर बनी सड़क इन दिनों पूरी तरह से जर्जर स्थिति में है , जिससे चलना जीवन के लिए खतरा बन गया है । लोग कहते हैं कि जब से इसका निर्माण हुआ है , आज तक । अब तक इसकी मरम्मत नहीं हो पाई है , जिससे सड़कों पर हजारों गड्ढे हो गए हैं । आए दिन हादसे भी हो रहे हैं । क्षेत्र के लोगों ने जिला प्रशासन से छत्रगढ़ सड़क की जल्द से जल्द मरम्मत करने की मांग की है ।

कुशीनगर जनपद से फलों के थोक को फुटकर भाव

कुशीनगर जनपद में सब्जियों के थोक व फुटकर भाव

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा आम के बगीचे की रखरखाव की जानकारी दे रहे हैं । अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें

जन्म से आठ साल की उम्र तक का समय बच्चों के विकास के लिए बहुत खास है। माता-पिता के रूप में जहाँ हम परवरिश की खूबियाँ सीखते हैं, वहीँ इन खूबियों का इस्तेमाल करके हम अपने बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा दे सकते है।आप अपने बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ाने और उन्हें सीखाने के लिए क्या-क्या तरीके अपनाते है? इस बारे में बचपन मनाओ सुन रहे दूसरे साथियों को भी जानकारी दें। अपनी बात रिकॉर्ड करने के लिए दबाएं नंबर 3.

सुनिए एक प्यारी सी कहानी। इन कहानियों की मदद से आप अपने बच्चों की बोलने, सीखने और जानने की समझ बढ़ा सकते है।ये कहानी आपको कैसी लगी? क्या आपके बच्चे ने ये कहानी सुनी? इस कहानी से उसने कुछ सीखा? अगर आपके पास भी कोई मज़ेदार कहानी है, तो रिकॉर्ड करें, फ़ोन में नंबर 3 का बटन दबाकर।

नमस्कार पी . के . विश्वकर्मा पड़ोना कुशीनगर आप सुन रहे हैं मोबाइल बारी हरपुर गांव इंडिया मार्क हैंडपंप वर्षों से क्षतिग्रस्त , पीने योग्य पानी की जिम्मेदारी ग्रामीणों की है आपको बता दें कि कुशीनगर जिले के निबुवन और रंगिया प्रखंड के अंतर्गत आने वाले हरपुर गांव की आबादी आठ हजार है और यह छह समूहों में विभाजित है । गाँव की हालत खराब है और लोगों का कहना है कि मुखिया और अधिकारियों से शिकायत की जाती है लेकिन कोई महत्वपूर्ण प्रभाव नहीं पड़ता है जिसके कारण लोगों को गाँव में शुद्ध पेयजल के लिए तरसना पड़ता है ।

Transcript Unavailable.

सरकार को भारत रत्न देने के अलावा किसानों को उनके अधिकार भी देने चाहिए , आखिर उनकी मांग भी तो बहुत छोटी सी है कि उन्हें उनकी फसलों का बेहतर मूल्य मिले। हालांकि किसानों की इस मांग का आधार भी एम एस स्वामीनाथन समिति की सिफारिशें हैं जो उन्होंने आज से करीब चार दशक पहले दी थीं। इन चार दशकों में न जाने स्वामीनाथन समिति की सिफारिशों को लागू करने का वादा करके न जाने कितनी सरकारें आईं और गईं, इनमें वर्तमान सरकार भी है जिसने 2014 के चुनाव में इन सिफारिशों को लागू करने का वादा प्रमुखता से किया था। -------दोस्तों आप इस मसले पर क्या सोचते हैं, क्या आपको भी लगता है कि किसानों की मांगो को पूरा करने की बजाए भारत रत्न देकर किसानों को उनके अधिकार दिलाए जा सकते हैं? --------या फिर यह भी किसानों को उनके अधिकारों को वंचित कर उनके वोट हासिल करने का प्रयास है.